अब फिर होगी लड़ाई.. और वक्त मांगेगी सीबीआई

साढ़े चार महीने की पड़ताल का कोई नतीजा नहीं एजेंसी का घेराव करने की तैयारी में छात्रा न्याय मंच

 शिमला— कोटखाई गैंगरेप व मर्डर मामले में हुई जांच से अभी तक समूचा प्रदेश संतुष्ट नहीं है। सीबीआई करीब साढ़े चार महीने से इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन असली कातिलों का अभी भी पता नहीं लगा पाई है। छात्रा को न्याय दिलाने के लिए विभिन्न संगठन सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं। बिटिया को न्याय दिलाने के लिए गठित छात्रा न्याय मंच ने बकायादा सीबीआई के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। बिटिया न्याय मंच के सह संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि बिटिया को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष तेज किया जाएगा। उन्होंने शिमला शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं से भी आह्वान किया है कि वे बिटिया न्याय मंच से जुड़कर यह लड़ाई तेज करने के लिए आगे आएं। विजेंद्र मेहरा ने कहा कि प्रदेश की पुलिस के बाद अब सीबीआई की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं है। साढ़े चार महीने बाद भी बिटिया के कातिलों व बलात्कारियों का कोई सुराग नहीं मिला है। कातिलों को बचाने के लिए राजनेताओं अफसरशाही व अमीरों की तिकड़ी काम कर रही है और विभिन्न जांच एजेंसियां भी उनके रुतबे व रसूख से प्रभावित रही हैं। इसका सबसे जीता-जागता उदाहरण पुलिस हिरासत में सूरज का मर्डर है। उन्होंने सीबीआई को चेताया है कि अगर शीघ्र ही बिटिया मसले पर कुछ न हुआ तो बिटिया न्याय मंच सड़कों पर उतर आएगा व एक जबरदस्त आंदोलन होगा। आंदोलन सड़कों से होता हुआ विधानसभा व प्रदेश सरकार सचिवालय भी पहुंचेगा।

फिर न बन जाएं पहले जैसे हालात

पहले भी बिटिया के लिए प्रदेश की जनता का गुस्सा प्रशासन के खिलाफ खूब फूटा था। पूरे प्रदेश में आंदोलन, चक्का जाम हुआ, यहां तक कि लोगों ने तो शिमला ही बंद कर दिया था। यही स्थिति दूसरी बार पैदा हो जाएगी।