आज घर पहुंचेगी धार के शहीद की देह

दो दिन से आंसुओं के सैलाब में फौजी इंद्र का परिवार

मंडी — मणिपुर में  शहीद हुए मंडी जिला की धार पंचायत के बधेहड़ निवासी रायफल मैन इंद्र सिंह की पार्थिव देह  बुधवार को पंडोह पहुंचेगी। बुधवार को दोपहर तक शहीद इंद्र सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से किया जाएगा। दो दिनों से शहीद का परिवार व गांव आंसुआें के सैलाब में डूबा हुआ है। घर में मां व पत्नी के साथ ही परिजनों व कई ग्रामीणों ने भी अन्न का एक दाना तक नहीं खाया है। शहीद की पत्नी इंद्रादेवी तो दो दिनों से बेसूध ही हो चुकी है। जबकि सात वर्षीय बेटे उदय सिंह को भी अब इस बात एहसास हो चुका है कि उसके पिता अब उसे कभी नहीं मिल पाएंगे। शहीद के घर पर लगातार लोगों का पहुंचना और उनके दुख में शामिल होने का सिलसिला चला हुआ है।  जिला परिषद मंडी की अध्यक्ष चंपा ठाकुर ने भी शहीद के घर पहुंच कर परिजनों के ढाढस बंधाया है। वहीं मंगलवार सुबह एसडीएम सदर पूजा चौहान ने भी शहीद के घर पहुंच कर दुख प्रकट किया और प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया। इंद्र सिंह की पार्थिव देह मंगलवार दोपहर बाद कोलकाता से पठानकोट के लिए भेजी गई है और वहां से दूसरे सैनिक का शव जम्मू और इंद्र सिंह का शव मंडी के लिए सड़क मार्ग से भेजा जाएगा।  इंद्र सिंह के छोटे भाई तेज सिंह ने बताया कि गांव में सभी लोग उसके भाई का इंतजार कर रहे हैं।  बता दें कि   इंद्र सिंह 2003 में असम रायफल में भर्ती हुआ था और जून में ही छुट्टी काटकर  गया था, लेकिन सोमवार को मणिपुर के चंदेल जिला में ब्लास्ट में इंद्र सिंह अपने एक अन्य साथी के साथ शहीद हो गया।   शहादत को पूर्व मुख्यमंत्री धूमल व  सांसद राम स्वरूप शर्मा ने नमन किया है। दोनों नेताओं गहरा दुख जताते हुए कहा कि पूरा प्रदेश शहीद के परिवार के साथ इस दुख में शामिल है। इसके अलावा सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि इंद्र की शहादत को प्रदेश ही नहीं पूरा देश याद रखेगा। उन्होंने दिवंगतआत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।