इनकी जीत बेमिसाल, विरोधियों का सूपड़ा साफ
सबसे ज्यादा जीत का मार्जिन मोहन लाल ब्राक्टा के नाम
मंडी— चुनाव में एक वोट से नसीब हुई जीत तो वैसे भी जीत होती है, लेकिन जीत पर भी प्रदेश भर में सबसे ज्यादा मार्जिन लेना कुछ और ही बात है। हालांकी प्रदेश भर में जीत का सबसे ज्यादा मार्जिन हासिल करने के मामले में सभी मुख्यमंत्री ही अव्वल रहे हैं। नौ चुनावों में से छह मर्तबा मुख्यमंत्री ही सबसे ज्यादा वोटोें के अंतर के साथ जीते हैं। इस मामले में पिछले नौ विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह टॉप पर हैं। वीरभद्र सिंह एक दो नहीं, बल्कि लगातार चार चुनाव सबसे ज्यादा मार्जिन के साथ जीते हैं। इसके अलावा 1977 से लेकर अब तक के विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा जीत का मार्जिन कांग्रेस विधायक मोहन लाल ब्राक्टा के नाम ही रहा है। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि जिस रोहडू विधानसभा क्षेत्र से मोहन लाल ब्राक्टा सबसे ज्यादा मार्जिन से जीत लेकर आए हैं। वहां से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी लगातार चार बार सबसे ज्यादा मार्जिन लेकर जीत कर चुके हैं, लेकिन पिछले विधानसभा चुनावों में सीट आरक्षित होने के बाद उन्हें शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ना पड़ा था। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी एक बार हिमाचल में सबसे बड़ी जीत हासिल कर चुके हैं तो रामलाल ठाकुर के सिर भी एक बार सबसे ज्यादा मार्जिन के साथ जीत हासिल करने का सेहरा सज चुका है। ऐसा सिर्फ तीन बार ही हुआ है कि सीएम प्रत्याशी को छोड़ दूसरे कैंडीडेट ने सबसे ज्यादा मतों के साथ जीत हासिल की हो। इस बार देखना दिलचस्प होगा कि क्या वीरभद्र सिंह एक बार फिर इतिहास बनाते हैं या पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल अपने रिकार्ड में सुधार करते हैं।
वोट हासिल करने में मार गए मैदान
विजेता वर्ष हलका जीत का अंतर
मोहन लाल ब्राक्टा 2012 रोहड़ू 28415
वीरभद्र सिंह 1998 रोहड़ू 26148
प्रेम कुमार धूमल 2007 बमसन 26007
वीरभद्र सिंह 1990 रोहड़ू 24626
वीरभद्र सिंह 1993 रोहड़ू 19946
नेहर सिंह 1985 रोहडू़ 18961
रामलाल ठाकुर 1982 जुब्बल कोटखाई 17425
वीरभद्र सिंह 2003 रोहडू 17289
विजेंद्र सिंह 1977 नालागढ़ 10928
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