उड़ानों को मानव परिंदों से खतरा

भुंतर एयरपोर्ट में लैंडिंग, टेक-ऑफ टाइम पर हो रही परेशानी

भुंतर – प्रदेश के सबसे पुराने कुल्लू-मनाली एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट्स सुरक्षित नहीं हैं। उड़ानों के रास्ते में बिना प्रशासनिक अनुमति उड़ रहे मानव परिंदे बड़ा खतरा बने हुए हैं, जिसने एयरपोर्ट प्रबंधन की नींद उड़ा दी है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने जिला प्रशासन से उड़ान क्षेत्र में हो रही पैराग्लाइडिंग पर रोक लगाने को कहा है। मंगलवार को भुंतर एयरपोर्ट की विमान क्षेत्र पर्यावरण समिति की बैठक भुंतर में उपायुक्त कुल्लू यूनुस खान की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में एयरपोर्ट में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई और फैसले लिए गए। बैठक में विमान सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा की गई। इसके तहत एयरपोर्ट रन-वे पर उड़ानों के दौरान उड़ने वाले पक्षियों और मानव-परिंदों की हलचल पर चिंता व्यक्त की गई। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार रन-वे पर कुछ पक्षी उड़ान के दौरान आते हैं, जिनसे लैंडिंग और टेक-ऑफ के समय परेशानी होती है। पक्षियों को भगाने के लिए आतिशबाजी करने का फैसला बैठक में लिया गया। बैठक में सबसे ज्यादा चिंता एयरपोर्ट के साथ लगते इलाकों में बिना परमिशन हो रही पैराग्लाइडिंग को लेकर चिंता जाहिर की गई। इन इलाकों में पैराग्लाइडिंग पर पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद कुछ साल से इस प्रकार की हरकतें हो रही हैं। प्रबंधन ने चिंता जताते हुए कहा कि एयरपोर्ट में नियमित उड़ानों के अलावा आपातकालीन उड़ानें और आर्मी अभ्यास हेतु उड़ानें होती हैं और इन उड़ानों का कोई समय निर्धारित नहीं होता और ऐसे में इस दौरान पैराग्लाइडिंग होने से उड़ानें खतरे में हैं और कोई हादसा हुआ तो बड़ा नुकसान हो सकता है।

पुलिस अधिकारियों को निर्देश

उपायुक्त कुल्लू ने बैठक में इस प्रकार की बगैर अनुमति की हरकतों पर विराम लगाने और इस संदर्भ में जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस संदर्भ में पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिए। बैठक में एयरपोर्ट निदेशक एए अंसारी, पुलिस प्रशासन, पर्यटन विभाग और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।