ऊना पहुंचा गेहूं का 1150 क्विंटल बीज

ऊना —  चुनाव समाप्त होते ही जहां आलू उत्पादकों ने उखाड़ने का कार्य तेजी से शुरू कर दिया है। वहीं, किसान अब रबी सीजन की फसलों के लिए खेतों को संवारने में जुट गए हैं। सिंचित क्षेत्र में लोगों ने बिजाई का काम भी शुरू कर दिया है। वहीं रबी सीजन में कृषि विभाग गेहूं, बरसीम, जवी के साथ-साथ सब्जियों के बीज पर भी सबसिडी दे रहा है। किसान भी बीज खरीदने के लिए कृषि विक्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। जिला के पांच खंडों में कृषि विभाग ने गेहूं का करीब साढ़े 11 हजार क्विंटल बीज भेज दिया गया है। जबकि जिलाभर में जौंई व बरसीम का भी 500-500 क्विंटल प्रत्येक विकास खंड को बांटा गया है। जिला में बीस से ज्यादा विक्रय केंद्र स्थापित हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार ऊना ब्लॉक में सबसे ज्यादा तीन हजार क्विंटल गेहूं बीज भेजा गया है। अंब उपमंडल में 2500 क्विंटल, हरोली में 2300 क्विंटल, गगरेट में दो हजार तथा बंगाणा में 1700 क्विंटल बीज भेजा गया है। विभाग के मुताबिक गेहूं बिजाई का सीजन शुरू हो चुका है। इसको ध्यान में रखते हुए विभाग ने किसानों को बीज वितरित करने की प्रक्रिया में तेजी लाई है। विभाग की तरफ से किसानों को 870 रुपए प्रति क्विंटल पर अनुदान दिया जा रहा है। बीज का बाजार में मूल्य 2870 रुपए प्रति क्विंटल है। किसानों को यह बीज दो हजार प्रति क्विंटल के हिसाब से दिया जा रहा है। बरसीम का बीज 70 रुपए प्रति किलो तथा जौंई का बीज 39 रुपए प्रति किलो अनुदान के साथ किसानों के लिए उपलब्ध है। इस बार विभाग ने किसानों से बीज लेते समय आधारकार्ड संख्या को भी अनिवार्य किया है। इसलिए बीज खरीदते समय साथ में अपना आधारकार्ड जरूर लेकर जाएं। विभाग के मानकों के अनुसार किसी भी किसान को बिना आधारकार्ड के बीज नहीं मिलेगा। कृषि विभाग के पास एचडी-3086, डब्ल्यूएच-1105, डीबीडब्ल्यू-88, एचडी-3059 तथा डीबीडब्ल्यू-621 किस्म गेहूं का बीज है। जिला उपनिदेशक यशपाल चौधरी ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक में गेहूं का बीज भेज दिया गया है। गेहूं, जौंई, बरसीम के साथ-साथ सब्जियों के बीज पर भी सबसिडी दी जा रही है।

बिजाई के लिए उपयुक्त समय

कृषि विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं की पहली बिजाई का समय 15 नवंबर तक होता है। जबकि किसान 20 दिसंबर तक गेहूं की बिजाई कर सकते हैं। बिजाई के लिए यह समय सबसे उपयुक्त है।