एचपीयू में ढूंढे नहीं मिल रहे कर्मचारी

शिमला- विधानसभा चुनावों के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की प्रशसनिक शाखा से सभी कर्मचारी रवाना हो चुके हैं। प्रशासनिक शाखाओं में इक्का-दुक्का कर्मचारी ही काम संभालने के लिए रह गए हैं। विश्वविद्यालय के लिए परीक्षाओं के समय शाखाओं से 388 कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी लगने से समस्या खड़ी हो गई है।  हालत यह है कि विश्वविद्यालय की प्रशासनिक शाखाएं खाली पड़ी हैं और कर्मचारियों की कमी से विश्वविद्यालय प्रशासन जूझ रहा है। विश्वविद्यालय से इतनी अधिक संख्या में कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी लगाने के बाद प्रशासन ने अपनी समस्या निवार्चन आयोग के समक्ष भी रखी थी, लेकिन इस मांग पर भी सुनवाई नहीं हुई है। विश्वविद्यालय से 388 कर्मचारी चुनावी ड्यूटी के लिए चले गए हैं। पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन को कालेज में शिक्षकों और कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी लगने की वजह से रूसा की परीक्षाएं करवाने के लिए दिक्कतें आ रही हैं। यहां तक कि कालेज प्रिंसीपल्स द्वारा विश्वविद्यालय को परीक्षाएं  आगे करवाने की भी मांग की जा रही है, लेकिन इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की मंजूरी नहीं मिल पाई है। इस समस्या से तो प्रशासन जैसे-तैसे निपट रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय की प्रशासनिक शाखा से ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगने की वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए स्थिति और भी गंभीर हो गई है।  29 नवंबर से विश्वविद्यालय में पीजी के सभी कोर्सेज के  साथ-साथ प्रोफेशनल कोर्सेज सहित डिप्लोमा कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं होनी है। इन परीक्षाओं में लाखों की संख्या में छात्र परीक्षा देंगे। ऐसे में इन परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा में कर्मचारी ही नहीं रह गए हैं। परीक्षा शाखा में छात्रों के एडमिट कार्ड जारी करने के साथ अन्य प्रक्रिया पूरी होना अभी बाकी है, ऐेसे में विश्वविद्यालय प्रशासन इस परेशानी से घिर गया है कि किस तरह परीक्षाओं की तैयारी पूरी की जाए। अब समस्या के समाधान के रूप में विश्वविद्यालय अस्थायी तौर पर अन्य शाखाओं से कर्मचारी परीक्षा शाखा में लगाए जा रहे हैं, ताकि कार्य पूरा किया जा सके।