एसपी-डीएसपी से आमने-सामने पूछताछ

दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में घंटों चला सवाल-जवाब का दौर, संतुष्ट नहीं जांच एजेंसी

शिमला – पुलिस लॉकअप हत्या मामले में गिरफ्तार एसपी डीडब्ल्यू नेगी से शनिवार को दिल्ली सीबीआई मुख्यालय में कड़ी पूछताछ हुई। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने कई घंटों तक नेगी से पूछताछ की, वहीं डीएसपी रतन नेगी से भी सवाल-जवाब हुए। दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई, जिसमें सीबीआई को अहम जानकारी हासिल हुई है। बता दें कि कोटखाई प्रकरण में शिमला के तत्कालीन एसपी डीडब्लयू नेगी को शुक्रवार को दिल्ली ले गई थी, वहीं डीएसपी को दिल्ली तलब किया गया था और वह भी शनिवार को दिल्ली पहुंच गए थे। छात्रा गैंगरेप-मडर्र मामले के बाद डीडब्लयू नेगी जहां शिमला के एसपी थे, वहीं रतन नेगी डीएसपी ट्रैफिक के पद पर तैनात थे। रतन नेगी केस की जांच से जुड़े रहे हैं और उनको विशेष जांच दल में भी लिया गया था। यही वजह है कि सीबीआई बार-बार उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले भी डीएसपी से काफी समय पहले दिल्ली में पूछताछ की गई थी। सूत्रों के अनुसार एसपी और डीएसपी से सीबीआई मुख्यालय में कई राउंड में पूछताछ हुई है। दोनों को आमने-सामने कर भी कई सवाल सीबीआई की तरफ से किए गए जांच एजेंसी ने पूर्व एसपी से जाना कि क्या उनको यह जानकारी थी कि लॉकअप में सूरज की हत्या उसके साथी राजू ने नहीं, बल्कि पुलिस पूछताछ के दौरान हुई है। सीबीआई मान रही है कि तत्कालीन एसपी को हत्या के तथ्यों की पूरी जानकारी थी, क्योंकि उनके सीनियर आफिसर आईजी जहूर जैदी को सीबीआई इस केस में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। माना जा रहा है कि उनको रविवार शाम या सोमवार सुबह तक शिमला लाया जाएगा, क्योंकि सोमवार को उनको यहां अदालत में पेश किया जाना है।

खुद-व-खुद सस्पेंड हुए डीडब्ल्यू नेगी

डीडब्ल्यू नेगी शनिवार को सस्पेंड हो गए हैं। सर्विस रुल्ज के मुतिबक सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों को गिरफ्तार  करने के 48 घंटों के भीतर निलंबित करना जरूरी होता है और ऐसा न करने उनका निलंबन स्वतः माना जाता है। बताया जा रहा है डीडब्लयू नेगी के निलंबन की फाइल सरकार के पास गई थी, लेकिन शाम तक उनका निलबंन नहीं किया था। ऐसे में अब वे स्वतः ही सस्पेंड हो गए हैं।