काम दिलाने के नाम पर ठगी

कुहमझवाड़  —  सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुभाष ठाकुर ने भ्रष्टाचार और वादा खिलाफी को लेकर विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी बंबर ठाकुर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विधायक ने बेरोजगार युवाओं को फोरलेन में काम दिलाने का झांसा दिया था। उनके वादे पर भरोसा करके भोले भाले युवाओं ने बैंकों और फाइनांस कंपनियों से लाखों रुपए का ऋण लेकर हाइवा-टिप्पर और अन्य मशीनरी खरीदी। इन युवाओं को आगे करके विधायक ने फोरलेन कंपनी से करोड़ों रुपए के ठेके तो हासिल कर लिए, लेकिन युवाओं को एक पैसे का काम नहीं दिया। इसके चलते बेरोजगार युवा टिप्पर और मशीनरी खरीदने के लिए लिया गया ऋण वापस नहीं लौटा पाए। उनकी गाडि़यां और बाकी मशीनें फाइनांस कंपनियों ने जब्त कर लीं। सुभाष ठाकुर ने सोमवार को सदर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के तहत ननावां और मल्यावर पंचायतों के विभिन्न गांवों का दौरा किया। उन्होंने  कहा कि विधायक छल-कपट की राजनीति करने में माहिर हैं। पेयजल समस्या के समाधान के लिए जगह-जगह हैंडपंप लगाने के विधायक के दावे की असलियत यह है कि इसके लिए भी वह अपनी मशीनरी से करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। हैंडपंप भले ही पांच से सात दिन में सूख जाए, लेकिन विधायक की जेबें फूलती रहती हैं। आलम यह है कि नए हैंडपंपों की आड़ में उन्होंने ऐसे कई पुराने हैंडपंपों का पैसा भी हड़प लिया, जिनका भुगतान पहले ही हो चुका था। इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने में कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है। सुभाष ठाकुर ने कहा कि कानून और नियमों की धज्जियां उड़ाने में भी विधायक का कोई मुकाबला नहीं है। उनके संरक्षण में वन, खनन व ड्रग्स माफिया खूब फला और फूला। गुंडागर्दी इतनी बढ़ गई कि न केवल आम लोग, बल्कि अधिकारी भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। चाहे बिनौला में ढाबे पर पर्यटकों से मारपीट करने का मामला हो या डियारा सेक्टर में ड्रग्स माफिया को बचाने के लिए स्थानीय लोगों पर लाठियां बरसाने का इनमें विधायक का सीधा हाथ रहा है। उनके और उनकी पत्नी की तानाशाही की वजह से बिलासपुर अस्पताल से कई डाक्टरों और अन्य कर्मचारियें को अपना तबादला कराना पड़ा।