किसानों को ऑनलाइन पेमेंट में सोलन मंडी देश में अव्वल

सोलन — सब्जी मंडी सोलन देश की पहली मंडी है, जहां पर किसानों को राष्ट्रीय कृषि बाजार ई-नाम योजना के माध्यम से सबसे अधिक पेमेंट की गई है। सात माह में प्रदेश के चार हजार किसानों को चार करोड़ रुपए की पेमेंट ऑनलाइन हुई है। देश भर में यह आंकड़ा सबसे अधिक है। देश की किसी भी मंडी में ई-नाम के माध्यम से इतनी अधिक ऑनलाइन पेमेंट किसानों को नहीं की गई। जानकारी के अनुसार देश भर में 445 मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ा गया है, जबकि हिमाचल प्रदेश की 19 मंडियां ई-नाम योजना के तहत ऑनलाइन की गई हैं। हिमाचल प्रदेश में सोलन सब्जी मंडी पहली ऐसी मंडी थी, जिसे राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ा गया था। इस योजना को सफलतापूर्वक चलाने के लिए सोलन मंडी ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। बीते माह में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के सात हजार किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जबकि चार हजार किसान राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़े हैं। ये किसान अपनी सुविधा के अनुसार देश की किसी भी मंडी में अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेच सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह हो रहा है कि किसानों को अपने उत्पादों के बेहतरीन रेट मिल रहे हैं। सोलन सब्जी मंडी ने बीते सात माह में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मार्केट कमेटी द्वारा किसानों को बहुत कम अवधि में चार करोड़ रुपए की ऑनलाइन पेमेंट दी गई है, जबकि प्रदेश की अन्य 19 मंडियों में केवल करीब 25 लाख रुपए की ऑनलाइन पेमेंट किसानों को हुई है। खास बात यह है कि देश की किसी भी मंडी में अभी इतने बड़े स्तर पर ऑनलाइन पेमेंट नहीं हुई है। ऑनलाइन पेमेंट का फायदा किसानों को सबसे अधिक हो रहा है। किसानों को  आढ़तियों द्वारा दिए जाने वाले चैक बाउंस की समस्या से निजात मिली है। उत्पाद बेचने के 24 घंटे में पूरी पेमेंट किसान के खाते में जमा कर दी जाती है। पैसा बैंक खाते में आने की वजह से किसानों को लूट जैसी घटनाओं से भी छुटकारा मिला है। हजारों किसानों को सुरक्षित व समय पर पेमेंट मिल रही है। बताया जा रहा है कि ई-नाम योजना के तहत सबसे अधिक पेमेंट सेब, लहसुन व टमाटर उत्पादकों को की गई है। आने वाले दिनों में ऑनलाइन पेमेंट का यह आंकड़ा वर्तमान की अपेक्षा कहीं अधिक बढ़ सकता है। मार्केट कमेटी सोलन के सचिव प्रकाश कश्यप ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार में सोलन मंडी से बेहतरीन कार्य किया है। यह देश की पहली मंडी है, जहां पर सबसे अधिक ऑनलाइन पेमेंट किसानों को की गई है।