कोर्ट पहुंचे 30 कारोबारी

औट — फोरलेन की जद में आ रही औट की केशव माधव मार्केट के व्यापारियों ने अब हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया है। मामले की सुनवाई 22 नवंबर को तय हुई है। ऐसे में केशव माधव मार्केट के व्यापारियों की किस्मत का फैसला अब न्यायालय ही करेगा। इस संबंध में उपायुक्त मंडी और एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को भी सूचना दे दी गई है। पूरे मामले को लेकर केशव माधव मार्केट के करीब 30 व्यापारियों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। गौरतलब हो कि 1992 में मंडी जिला प्रशासन द्वारा औट में बनाई गई केशव माधव मार्केट को अब खुद प्रशासन ने अवैध करार दिया है। 25 वर्षों से प्रशासन इस मार्केट के 32 दुकानदारों से किराए के रूप में सवा करोड़ से अधिक वसूल कर चुका है, लेकिन अब इस मार्केट को अवैध करार देते हुए प्रशासन ने दुकानें खाली करने के आदेश दिए हैं। व्यापारी हैरान हैं कि जिस मार्केट को खुद प्रशासन ने ही बनाया और 25 वर्ष से किराया वसूल किया जा रहा है, वह अब रातोंरात अवैध कैसे बन गई है। उल्लेखनीय है कि किरतपुर-मनाली फोरलेन औट बाजार से होकर निकलना है, जिसके चलते औट बाजार का अस्तित्व मिटने वाला है। इसकी जद में अब केशव माधव मार्केट भी आ रही है। इस मार्केट के उजड़ने से 32 दुकानदार एवं उनके परिवारों की रोजी-रोटी चली जाएगी। इन दुकानदारों की पुनर्स्थापना व मुआवजे का भी कोई प्रावधान नहीं किया गया है। कुछ हफ्ते पहले एनएचआई ने भी इन दुकानदारों को दुकानें खाली करने के आदेश दिए थे। उन आदेशों में भी यही कहा गया था कि दुकानें अवैध हैं।