कौंडल बीमार फिर अस्पताल में

बिलासपुर – अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से बीमार चल रहे झंडूता हलके के विधायक रिखीराम कौंडल की हालत एक बार फिर से खराब हो गई है। गुरुवार को दिल्ली में डाक्टरों की सलाह पर अपनी बेटी के घर आराम कर रहे श्री कौंडल को अचानक सीने में दर्द उठा और परिजन उन्हें तत्काल समीपवर्ती नरेंद्र मोहन अस्पताल ले गए, जहां उन्हें अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है। ऐसे में वोटिंग से पूर्व उनके घर लौटने की राह ताक रहे समर्थकों को निराशा हाथ लगी है। श्री कौंडल की बेटी ने बताया है कि वह जल्द ही स्वास्थ्य लाभ लेकर अपने घर घराण (शाहतलाई) लौटेंगे। हालांकि रिखीराम कौंडल दिल्ली के फोर्टिज एस्कॉट अस्पताल में उपचार करवा रहे थे और चिकित्सकों की ओर से चार नवंबर को चैकअप के लिए डेट दी गई थी, लेकिन गुरुवार को अचानक सीने में दर्द उठने के चलते परिजन उन्हें समीप के एक निजी अस्पताल में ले गए हैं, जहां उन्हें भर्ती किया गया है। रिखीराम कौंडल की अचानक तबीयत बिगड़ी है, जिससे लगता है कि अभी उन्हें आराम की सख्त जरूरत है, जिसके चलते वह नौ नवंबर के बाद ही वापस लौट सकते हैं, क्योंकि डाक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा की टिकट आबंटन प्रक्रिया के दौरान उन्हें जोर का झटका लगा था। टिकट कटने से खफा होकर उन्होंने आजाद चुनाव लड़ने का ऐलान तक कर डाला था, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के दबाव के चलते उन्होंने अपना निर्णय बदल लिया था। पता चला है कि उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने आवास बुलाकर बातचीत कर मना लिया था, लेकिन टिकट कटने से समर्थकों की मायूसी और पांच साल तक फील्ड में की गई जीतोड़ मेहनत बेकार जाने की पीड़ा उन्हें अंदर ही अंदर कचोट रही थी। जानकारी के अनुसार गत 23 अक्तूबर को उनके सीने में अचानक दर्द उठा, जिस पर परिजन उन्हें तत्काल बड़सर अस्पताल ले गए, जहां हालत बिगड़ती देख डाक्टरों ने उन्हें बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी थी। इस पर परिजन उन्हें दिल्ली के फोर्टिज एस्कॉट अस्पताल ले गए थे, जहां उनका पहले बीमार होने पर उपचार करवाया गया था। यहां बता दें कि उन्हें स्टंट भी पड़े हैं। ऐसे में शायद श्री कौंडल टिकट कटने की पीड़ा बर्दाश्त नहीं कर पाए। यही नहीं, समर्थकों की निराशा व पार्टी में घोर अनदेखी के चलते अंदर ही अंदर परेशान कर रही चिंता ने उन्हें बीमार कर दिया और अब वह दिल्ली के अस्पताल में उपचाराधीन हैं।