चुनाव की लाइव कवरेज नहीं कर पा रहा दूरदर्शन

हिमाचल इलेक्शन के लिए जहां निजी चैनलों पर बड़े-बड़े शो, सरकारी चैनल ने राजधानी शिमला से जनवाणी कर झाड़ा पल्ला

शिमला – सरकारी विभागों की तरह सरकारी चैनल दूरदर्शन भी हिमाचल चुनावों में फिसड्डी साबित हो रहा है। इन चुनावों में जहां नेशनल लेवल के चैनल शिमला और पूरे प्रदेश में बड़े-बड़े डिबेट और शो आयोजित कर रहे हैं, वहीं देश का सरकारी चैनल दूरदर्शन धमाकेदार उपस्थिति दर्ज नहीं कर पा रहा। दूरदर्शन देश का न केवल सरकारी चैनल है, बल्कि इसका नेटवर्क भी व्यापक है। देश के लगभग हर कोने में इसकी पहुंच है। देश के ग्रामीण इलाकों में डीटीएच के माध्यम से इसकी पहुंच बड़े स्तर पर है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पेड चैनल नहीं है, यानी इसके लिए दर्शकों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ता। शहरों में भी हर केबल को दूरदर्शन के चैनल प्राथमिकता के साथ दिखाना होता है, लेकिन यह चैनल वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाया, जिस तरह से इसे करना चाहिए था। हिमाचल के चुनावों के संदर्भ में इसकी बात करें तो दूरदर्शन फिसड्डी साबित हो रहा है। एक ओर जहां राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनल अधिक से अधिक इन चुनावों की लाइव कवरेज कर रहे हैं। कई निजी चैनलों द्वारा हिमाचल में ओबी वैन उपलब्ध करवाई जा रही है। बड़े निजी चैनल हिमाचल में चुनावी कार्यक्रमों की लाइव कवरेज भी बड़े पैमाने पर कर रहे हैं, वहीं लाइव शो भी राज्य में जगह-जगह आयोजित किए जा रहे हैं, लेकिन इस मामले में दूरदर्शन कहीं नहीं टिकता। दूरदर्शन चैनल अपने ढर्रे से बाहर नहीं निकल पा रहा। राज्य में कोई बड़ा चैनल नहीं है और न ही किसी चैनल का कोई बड़ा सेटअप हिमाचल में है। हिमाचल के लिए कुछ बाहरी चैनल स्पेशल न्यूज बुलेटिन चला रहे हैं। ये चैनल भी यहां बड़े चुनावी शो आयोजित कर रहे हैं और चुनावों के दौरान इन चैनलों में डिबेट तकरीबन लगातार होती रहती है। इसके विपरीत दूरदर्शन चैनल यहां ऐसे कार्यक्रम नहीं दिखा पा रहा।

ऐसा नहीं कि यहां संसाधन नहीं

ऐसा नहीं है कि दूरदर्शन के पास संसाधनों की कोई कमी है। शिमला के लिए इन दिनों एक ओबी वैन प्रसारण मंत्रालय की ओर से लाइव कवरेज के लिए दी गई है। राज्य के दूसरे हिस्सों में भी बड़े कार्यक्रमों के लिए भी जालंधर व चंडीगढ़ से ओबी वैन उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। इसके बावजूद कोई प्रस्तुति दूरदर्शन नहीं कर पा रहा।

पुराने ढर्रे से अब आ जाएं बाहर

चुनावों में एक बार मालरोड पर जनवाणी नाम का एक शो दूरदर्शन द्वारा किया गया है, वहीं एकआध डिबेट शिमला के दूरदर्शन केंद्र में किया गया है। इसके अलावा कोई कार्यक्रम ऐसा नहीं किया गया, जो व्यापक स्तर पर लोगों को भाया हो। लोगों का कहना है कि दूरदर्शन को पुराने ढर्रे से बाहर निकलकर क्षमताओं का उपयोग करते हुए इन चुनावों में व्यापक उपस्थिति दर्ज करवानी चाहिए, ताकि न केवल शहरों, बल्कि गांवों में भी लोग इन चुनावों के बारे में अपडेट हो सके। हिमाचल के ग्रामीण इलाकों में केबल की पहुंच बहुत ज्यादा नहीं हैं और ऐसे में दूसरे चैनल वहां ज्यादा नहीं देखे जा सकते। निजी चैनलों के डीटीएच भी व्यापक नहीं है। इसके विपरीत दूरदर्शन के डीटीएच की सभी गांवों में पहुंच है। ऐसे में लोग भी यही मांग कर रहे हैं कि हिमाचल में दूरदर्शन चुनावी कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर प्रसारित करे।