जीएसटी पर राहत की उम्मीद

आज काउंसिल करेगी चर्चा, 28 फीसदी स्लैब पर सिफारिशें मानने का ज्यादा दबाव

गुवाहाटी— जीएसटी काउंसिल की शुक्रवार को यहां होने जा रही बैठक में कई वस्तुओं पर टैक्स कटौती की घोषणा हो सकती है। 28 फीसदी टैक्स स्लैब में शामिल दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं, प्लास्टिक प्रोडक्ट्स और हाथ से बने फर्नीचर पर उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) लागू होने के चार महीने बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली की अगवाई में पैनल समग्र रूप से टैक्स दरों की समीक्षा करेगा। इसके अलावा रिटर्न फाइलिंग को आसान बनाने और छोटे व मध्यम उद्योगों के लिए राहत की घोषणा की जा सकती है। असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा की अगवाई में गठित मंत्री समूह द्वारा कंपोजीशन स्कीम के तहत एक फीसदी छूट और नॉन एसी रेस्टोरेंट पर टैक्स घटाने की सिफारिश पर भी विचार किया जाएगा। राज्यों के वित्त मंत्रियों वाला समूह जीएसटी रिटर्न फाइलिंग की प्रक्रिया पर भी विचार करेगा और इसे टैक्सपेयर फे्रंडली बनाया जाएगा। काउंसिल उन सेक्टर्स में रेट कटौती कर सकती है, जिनमें पुराने टैक्स सिस्टम के तहत वस्तुओं पर एक्साइज से छूट मिली हुई थी या कम वैट लगता था और अब इनपर टैक्स अधिक हो गया है। काउंसिल टैक्स दरों पर उद्योगों की चिंताओं को दूर करना चाहती है, इसलिए राजस्व पर असर का अनुमान लगाने के बाद 28 फीसदी टैक्स स्लैब की वस्तुओं पर टैक्स कटौती की जा सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं जैसे, शैंपू पर टैक्स में कटौती संभव है। इसे अब 18 फीसदी टैक्स स्लैब में लाया जाएगा। फर्नीचर, इलेक्ट्रिक स्वीच और प्लास्टिक पाइप पर भी राहत मिलेगी। जीएसटी कंपोजिशन स्कीम को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए गठित मंत्रियों के समूह ने कई महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए। यह भी कहा गया है कि होटल्स, जिनके रूम टैरिफ 7500 रुपए से ज्यादा हैं, को 18 प्रतिशत टैक्स रेट पर लुभाने की कोशिश करनी चाहिए।