टाइम का चक्कर; चौकी मार्ग…पर यहां भी जाम

पालमपुर — पालमपुर शहर में लगातार बढ़ रहे वाहनों के दबाव का असर अब संपर्क मार्गों पर भी दिखाई देने लगा है। वाहन चालक वैकल्पिक मार्गों को तरजीह देने लगे हैं, जिस कारण अब इन सड़कों पर भी वाहनों की संख्या बढ़ने लगी है। पालमपुर से मारंडा की ओर जाने वाले वाहन चालक चौकी खलेट से होकर जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। मार्ग पर पिछले कुछ ही समय के दौरान गुजरने वाले वाहनों की संख्या में कई गुना इजाफा होना अब परेशानी का सबब बनने लगा है।  पठानकोट-मंडी नेशनल हाई-वे पर मारंडा से लेकर कालू-दी-हट्टी तक आजकल अकसर लग रहे जाम से बचने के लिए वाहन चालक इस सड़क मार्ग का उपयोग करने लगे हैं, जिसके चलते अब चौकी मार्ग पर भी जाम लगना आम बात हो गई है। अनेक स्थानों पर मार्ग संकरा होने से दोनों ओर से आने वाले वाहन फंस जाते हैं और देखते ही देखते वाहनों की कतार लग जाती हैं। इस मार्ग पर कुछ निजी और सरकारी स्कूल भी हैं और लगातार बढ़ रही वाहनों को दोपहिया वाहन चालकों की रफ्तार बच्चों व उनके परिजनों को मुश्किल में डाल रही है।

वन-वे को भी धत्ता

पालमपुर नए बस स्टैंड से ऊपर की ओर जाने वाले बड़े वाहनों के लिए बाइपास से वन-वे व्यवस्था लागू की गई थी। वाहन चालक इस मार्ग पर वन-वे नियम को धत्ता बताते हुए वाहनों को ले जा रहे हैं। इस मार्ग पर सरपट दौड़ रहे दोपहिया वाहनों के साथ अनेक बड़े वाहन भी गुजर रहे हैं। ऊपर की ओर जाने वाले वाहन वन-वे व्यवस्था को ध्यान में रखकर गाड़ी चलाते हैं, जबकि आगे से अकस्मात आने वाले वाहन परेशानी का सबब बन रहे हैं।

…यहां से कम पड़ता है सफर

पालमपुर से मारंडा की ओर जाने वाले वाहन चालक वाया चौकी मार्ग को इसलिए प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि नेशनल हाई-वे के मुकाबले यहां पर लगभग तीन-चार किमी कम सफर करना पड़ता है। लोगों के अनुसार चौकी के जंगल से सड़क मार्ग निकाले जाने के बाद से यहां पर वाहनों की आवाजाही बढ़ी है। पिछले दिनों के दौरान इस सड़क की हालत भी सुधारी गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस मार्ग पर दोपहिया वाहन चालक बेतहाशा स्पीड से वाहन चलाते हैं, जिस कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।