डड्डूमाजरा में जीना मुहाल

यहां-वहां कूड़े के ढेरों से बढ़ रहीं स्वास्थ्य समस्याएं, प्रशासन बेखबर

चंडीगढ़— चंडीगढ़ में अधिकारियों ने डड्डूमाजरा कचरा डंपिंग साइट के मामले को नजरअंदाज किया है। उससे पूर्व केंद्रीय मंत्री और शहर के पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल काफी चिंतित हैं और उन्होंने स्थानीय निवासियों को बढ़ रही स्वास्थ्य समस्याओं से राहत प्रदान करने के लिए इस संबंध में तुरंत कदम उठाने की मांग की है। बंसल ने कहा कि यह सोचा था कि वे सिटी ब्यूटीफुल का हिस्सा हैं, डड्डूमाजरा के लोगों के लिए यह एक मजाक बन गया है। यहां-वहां फैले कचरे से असहनीय तेज दुर्गंध, मेडिकल वेस्ट, बार-बार लगने वाली आग और कचरे से निकलने वाली जहरीली गैसों से भयानक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सामने आ रही हैं। यद्यपि दोनों, नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन इस समस्या से अवगत हैं, फिर भी डंपिंग स्थल को बदलने या कचरा प्रसंस्करण संयंत्र अपनी पूर्ण क्षमता तक नहीं पहुंचने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वर्तमान में इन मामलों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि वह यह समझने में असमर्थ हैं कि नगर निगम कैसे इस गंभीर स्वास्थ्य खतरे पर असंवेदनशील और कठोर हो सकता है। पिछले साल भी जब संयंत्र ने कुल कचरे के 20 प्रतिशत से भी कम की प्रोसेसिंग की और अधिक डंपिंग फीस की मांग की, तब अधिकारियों ने उस समय तो उनकी मांग मान ली, लेकिन उसके बाद हालात और भी खराब हो गए। बंसल ने कहा कि कचरा, गड्ढों को भरने के लिए गैर वैज्ञानिक तरीके से फेंका जा रहा है, जिससे मक्खियों के झुंड पैदा होते हैं और मच्छर भी पनपते हैं। इससे जहरीली गैस उत्पन्न होती है, जिससे वर्तमान स्थिति निराशाजनक स्थिति बनती जा रही है।