देवधार के 12 मकानों में दरारें

कुल्लू — जिलामुख्यालय के सामने खराहल घाटी के देवधार में 12 मकानों को खतरा है। मकान कभी भी गिर सकते हैं। जानकारी के अनुसार यहां फोरलेन का काम चला हुआ है और निर्माणाधीन कंपनी को पहाड़ की कटिंग  करनी पड़ रही है। अब पहाड़ की कटिंग होने से मकानों पर खतरा मंडरा गया है। 12 मकानों में दरारें आ चुकी हैं और अब ये सभी मकान कभी भी गिर सकते हैं। ऐसे में अगर बारिश होती है, तो यह भी मंडी की तरह कोटरूपी का हादसा सामने आ सकता है। यहां प्रभावित लोगों ने बताया कि हालांकि उन्होंने इस समस्या के बारे डीसी कुल्लू सहित एनएचआई को भी पत्र लिखकर सूचित किया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। प्रभावित मकान मालिक जय नारायण, कमलेश शर्मा, ओंकार शर्मा, वार्ड पंच हेमा शर्मा व पूर्व प्रधान सुरेंद्र ने बताया कि कटिंग कर रही कंपनी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वे इतनी अधिक कटिंग नहीं करेंगे और जल्द यहां डंगा लगा दिया जाएगा, लेकिन अब कंपनी पहाड़ ज्यादा काट रही है। इस कारण यह समस्या पेश आई है। स्थानीय दुकानदारों ने कहा कि कंपनी वाले कटिंग के बाद सड़क किनारे मिट्टी फेंक रहे हैं और उस पर पानी भी नहीं डाला जा रहा। मिट्टी से उठती धूल के चलते बच्चों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों स्कूल के छात्रों का भी यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। सड़कों से उठती धूल से अब हर कोई परेशान है।

शेड के नीचे गुजर रही सर्द रातें

प्रभावितों ने बताया कि वे अपने मकान छोड़ चुके हैं और अब वे टिन के शेड में रहने को मजबूर हैं, अगर ऐसे में कोई हादसा होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। उपायुक्त कुल्लू यूनुस का कहना है कि एसडीएम कुल्लू को मौका का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं। एनएचआई को भी इस बारे बताया गया है।