नाहन में बंटी थी गलत जेनेरिक दवाई

दवा नियंत्रक विभाग ने सीज किया पेट दर्द की दवाई का स्टॉक, सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे

मंडी— हाल ही में हिमाचल सरकार द्वारा गलत जेनेरिक दवाई बांटने के मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक सरकार द्वारा दी जाने वाली यह दवाई की खेप सिरमौर (नाहन) में पहुंची थी। अखबार के माध्यम से पूरे मामले का पटाक्षेप होने के बाद अब दवा नियंत्रक विभाग भी हरकत में आ गया है। अधिकारियों के मुताबिक पूरे स्टॉक को सील कर दिया गया है। इसके अलावा दवा के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही अब अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हालांकि पूरे मामले में विभाग की एक बहुत बड़ी चूक सामने आई है। आखिर किस स्तर पर चूक हुई और यह दवाई सप्लाई के लिए पास हो गई, यह भी एक जांच का विषय है। गौरतलब हो कि हाल ही में डाक्टरों और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के बीच डाइसाइक्लोमाइन नामक दवा का फोटो वायरल हुआ था। यह दवा पेट दर्द के लिए है, लेकिन इस दवा के पत्ते में जो जानकारी लिखी गई थी, वह पूरी तरह से गलत थी। दवा के पत्ते में जिस साल्ट का नाम लिखा गया था, वह साल्ट इस दवा में नहीं लगता। इसके अलावा साल्ट की डोज भी पूरी तरह से गलत थी। ऐसे में सवाल यह भी है कि सिर्फ डाइसाइक्लोमाइन की सिर्फ मिस ब्रांडिंग हुई है या दवा ही गलत बनाई गई है। बहरहाल समाचार पत्र के माध्यम से सारी बात सामने आने के बाद अब विभाग भी कार्रवाई में जुट गया है और दवा का स्टॉक सीज करने के साथ ही सैंपल भी लिए गए हैं। अब आगामी कार्रवाई सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।

आखिर किस स्तर पर बड़ी चूक

पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इतनी बड़ी चूक किस स्तर पर हुई है। दवा की सप्लाई सरकार द्वारा दी जा रही है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि इतने चैक होने के बाद भी चूक कहां हुई, ताकि भविष्य में इस पर लगाम लगाई जा सके।