प्रत्याशियों की राह का रोड़ा न बन जाएं पच्छाद की सड़कें

By: Nov 7th, 2017 12:15 am

हिमाचल निर्माता के गृह क्षेत्र में पांच साल कोलतार के दर्शन नसीब नहीं; गड्ढों में बदले रोड, गुस्से में है जनता

सराहां – हिमाचल निर्माता के गृह क्षेत्र पच्छाद हलके की भाग्य रेखाएं बदहाल हैं। सड़कों का मुद्दा विधानसभा चुनाव में जनता के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में एक अलग ही गुस्सा देखा जा रहा है। यह मुद्दा इस बार के चुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत तय करने में अहम भूमिका अदा करेगा। सड़कों की दुर्दशा किस प्रत्याशी की राह का रोड़ा साबित होगा। यह समय ही बताएगा। पच्छादवासियों को क्षेत्र की सड़कों की दुर्दशा पूरे पांच साल सताती रही है। इससे आम जनता तो परेशान है ही सत्ता से जुड़े लोग भी दुखी हैं। पांच सालों में पच्छाद की सड़कों को कोलतार के दर्शन नसीब नहीं हुए। नतीजतन एक भी सड़क सही हालत में नहीं है। सड़कों की हालत देखें, तो पता चलता है कि यहां सड़कों में गड्ढे नहीं, बल्कि गड्ढों में सड़कें हैं। हलके में करीब तीन सौ किलोमीटर पक्की, जबकि इतनी ही कच्ची सड़कें हैं, जिनसे ग्रामीण सीधे तौर पर जुड़े हैं, लेकिन सड़कों की बदहाली से उनके दैनिक जीवन पर विपरीत असर पड़ रहा है। हालांकि हलके को आधा दर्जन एनएच स्वीकृत हुए हैं, लेकिन यदि बात करें सराहां-चंडीगढ़ सड़क की, तो अरसे बाद इस सड़क को नौ साल पहले भारत निर्माण योजना के तहत लाकर पक्का करने की मुहिम अवश्य शुरू हुई, लेकिन आठ करोड़ खर्च करने पर भी यह सड़क पक्की नहीं हो पाई। घोर अनियमितताओं की शिकार हुई इस सड़क को केवल काला किया गया, जिसका परिणाम यह हुआ कि सड़क पहले से भी अधिक पतली हालत में पहुंच गई हैं। सड़क पर बिछाई जाने वाली कोलतार चंद दिनों में उखड़ जाती है। यही हाल सैनधार की भाग्यरेखा कहलाने वाली बागथन-वासनी-नारग-सोलन सड़क का है। इस सड़क पर कोलतार कहीं नजर ही नहीं आती। ग्रामीणों के मुताबिक सड़क पर बिछाई गई कोलतार थोड़े समय बाद ही तहस-नहस हो गई थी। नैनाटिक्कर-डिलमन सड़क पक्की होने के बावजूद कच्ची सड़क से भी बदतर हालत में है। धरयार-नारग-मरयोग, बागथन-बनेठी खैरी राजगढ़, डूंगाघाट-बागथन, डिंगर किन्नर-भगायनघाट, डूंगाघाट-किला कलांच, नैनाटिक्कर-ढंगयार, मढ़ीघाट-सुल्तानपुर, मंडी खडाना-सराहां, नारग-सरसू, जयहर-कैरी बागथन, कसार-चबयोगा व वासनी-खैरी बड़ू साहिब सहित कई सड़कें बद से बदतर हालत में हैं। पच्छाद के चुनावी रण में उतरे नेताओं को यहां की जनता को इसका जवाब देना ही होगा अन्यथा जनता तो जवाब देगी ही।

चुनाव परिणाम बताएगा कितना हुआ विकास

जहां भाजपा के प्रत्याशी व पच्छाद से वर्तमान विधायक सुरेश कश्यप मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी व वर्तमान में योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर अपनी जीत के लिए आश्वस्त हैं। जनता सड़कों की बदहाली को किसे सबक सिखाएगी, यह 18 दिसंबर को चुनाव का परिणाम बताएगा।


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