बचपन का सपना हुआ साकार

मिस वर्ल्ड 2017 प्रतियोगिता में भारत की मानुषी छिल्लर ने मिस वर्ल्ड का ताज जीत लिया। 20 साल की मानुषी हरियाणा के सोनीपत से हैं। इस प्रतियोगिता में दुनियाभर की 118 सुंदरियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें मानुषी ने सभी को पीछे छोड़ दिया। मानुषी की वजह से भारत ने 17 साल बाद यह गौरव हासिल किया है। मानुषी के ताज जीतते ही पूरे देश में जोश और खुशी का माहौल है। खास बातचीत में मानुषी ने मिस वर्ल्ड को लेकर अपनी तैयारियों और चुनौतियों के बारे में बात की…

अपने बारे में मानुषी बताती हैं, मेरा जन्म रोहतक में हुआ था। जब मैं सिर्फ  एक साल की थी तब मेरे माता-पिता बंगलूर शिफ्ट हो गए थे। सात साल तक मैं बंगलुरु में बड़ी हुई और उसके बाद हम दिल्ली शिफ्ट हो गए। इस समय मैं  मेडिकल की एक छात्रा हूं। मैं चिकित्सक बनने के लिए पढ़ाई कर रही हूं। मैं अपनी मेडिकल की पढ़ाई हरियाणा, सोनीपत के सरकारी कालेज से कर रही हूं।

कैसा रहा सफर?

मानुषी अपने सफर के बारे में बताती हैं, पहले मिस इंडिया और अब मिस वर्ल्ड का मेरा यह सफर बेहद रोमांचक रहा है। मुझे सिर्फ  चार महीनों में अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गज लोगों से मिलने का मौका मिला। जितना मैंने अब तक की जिंदगी में नहीं सीखा, उससे ज्यादा तो इन चार महीनों में लोगों से मिलकर सीखा है। जब एक 20 साल की लड़की को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो उससे उम्मीद भी बहुत होती है।

कैसा महसूस कर रही हैं?

मानुषी कहती हैं, मेरे लिए यह गर्व की बात है कि मुझे भारत देश का प्रतिनिधित्व दुनिया के सामने करने का मौका मिला। भारत की पहली मिस वर्ल्ड रीता फारिया मेरी सबसे पसंदीदा विश्व सुंदरी रही हैं, वैसे मैंने सभी भारतीय सुंदरियों को फॉलो किया है। मैं चाहती हूं कि दुनिया के लोग जब मुझे देखें तो वह भारत की सभ्यता और परंपरा को देखें। भारतीय परंपरा को दिमाग नहीं दिल से शो-केस किया जाता है। प्रतियोगिता को लेकर मैं बेहद नर्वस थी, जो प्राकृतिक था।

बचपन से ही सोचा था या फिर हाल में इस ओर जाने का ख्याल आया?

बचपन से मेरा सबसे पहला सपना दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला यानी मिस वर्ल्ड बनना था। मैं जब नौवीं क्लास में थी, तब से ही मैंने यह ठान लिया था कि मुझे डाक्टर भी बनना है, इसकी एक वजह यह है कि मेरे माता-पिता दोनों ही डाक्टर हैं, बचपन से उनके काम को देखकर मन में डाक्टर बनने की बात थी। अब सबसे पहले मैं अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करूंगी।

आपके लिए खूबसूरती के मायने?

खूबसूरती को अपने शब्दों में परिभाषित करती हुई मानुषी कहती हैं, मैं बचपन से ही मिस वर्ल्ड के शो देखती और उन्हें ऑनलाइन फॉलो करती थी। मिस वर्ल्ड सिर्फ  ग्लैमर की बात नहीं है, यह आपके अंदर की खूबसूरती को भी दर्शाता है। मेरे लिए खूबसूरती की परिभाषा यही है कि जो इनसान आत्मविश्वास से यह कह सकता है कि मैं खूबसूरत हूं, तो वह खूबसूरत है।

आपको कितनी मेहनत करनी पड़ी ?

मानुषी कहती हैं, ‘ मिस वर्ल्ड ’ की प्रतियोगिता के लिए मैंने अपने आपको तैयार करने के लिए रात-दिन एक कर दिया था। मुझे देश भर से प्यार मिला इसलिए यह सिर्फ  मेरी नहीं बल्कि  देश भर की प्रतियोगिता थी। हरियाणा में ज्यादातर लड़कियां खूबसूरती की प्रतियोगिता में भाग नहीं लेती हैं, लेकिन मुझे वहां से बहुत ज्यादा प्यार मिला है। दिल्ली के लोगों ने भी मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया है। मैं सभी को धन्यवाद कहूंगी।

बालीवुड में जाने का क्या ख्याल है?

बालीवुड में करियर बनाने की बात पर मानुषी ने कहा, अभी तक मैंने बालीवुड में करियर बनाने की बात पर कोई निर्णय नहीं लिया है। यदि मेरी मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ कोई अच्छा मौका मिलेगा जिससे मेरी पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी, तो जरूर सोचूंगी।