बिलासपुर में सिग्नल लाइटें बनीं लोगों के लिए सिरदर्द

बिलासपुर  — बिलासपुर शहर में काफी समय से रेड लाइटें लोगों के लिए परेशानी का सबब बनीं हुई हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को ट्रैफिक लाइट सिग्नल होने से काफी देर तक खड़ा होना पड़ रहा है, जिससे कई मीलों तक लंबा जाम लग रहा है, जिससे लोगों को यहां से क्रॉस करने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार तो लाइटों पर एंबुलेंस भी जाम के कारण फंसी रहती है, जिसे काफी देर बाद जाम के बाद वहां से निकाला जाता है। बता दें कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाई-वे पर बस अड्डा चौक व कालेज चौक पर लगाई गई इन लाइटों की वजह से ट्रैफिक जाम होना रोजमर्रा की बात हो गई है। इसके चलते जहां वाहन चालकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, वहीं यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस व होमगार्ड के जवानों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। बिलासपुर शहर के बस अड्डा व कालेज चौक जैसे मुख्य चौराहों पर कई लिंक रोड भी नेशनल हाई-वे से मिलते हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए बस अड्डा व कालेज चौक पर टै्रफिक लाइटें लगाई गई हैं, लेकिन व्यवस्था सुधारने में मददगार साबित होने के बजाय ये लाइटें वाहन चालकों व अन्य लोगों के लिए असुविधा का कारण बन गई हैं। दरअसल, इन लाइटों की टाइमिंग ही ऐसी है कि ग्रीन सिग्नल के दौरान गिने-चुने वाहनों को ही क्रॉस होने का मौका मिल पाता है। इसके चलते सिग्नल के इंतजार में गाडि़यों की संख्या बढ़ती जाती है। रही-सही कसर संपर्क सड़कों से आने वाले वाहन पूरी कर देते हैं। ऐसे में एनएच पर अक्सर ट्रैफिक जाम लग जाता है। दोनों ही चौराहों पर एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए पुलिस व ट्रैफिक कर्मियों को मोर्चा संभालना पड़ता है। ट्रैफिक लाइटों के बावजूद पेश आ रही इस समस्या का एक कारण यह है कि एनएच की चौड़ाई अधिक नहीं है। कालेज चौक पर बस ठहराव भी हैं। ऐसे में यदि कोई बस इन ठहरावों पर रुकती है तो उसकी वजह से ग्रीन सिग्नल होने के बावजूद बाकी गाडि़यां भी आगे नहीं जा पातीं। स्थानीय लोग इन लाइटों के औचित्य पर सवाल उठाते हुए इन्हें हटाने की वकालत भी करते रहे हैं।

बड़े कार्यक्रमों में हो जाती है लाइट बंद

स्थानीय लोेगों में विनोद ठाकुर, अभय गुप्ता, अंशुल शर्मा, राकेश, आशीष, रविकांत, सौरभ व दीक्षित आदि का कहना है कि जब भी बिलासपुर में कोई बड़ा कार्यक्रम या समारोह होता है, पुलिस प्रशासन इन लाइटों को बंद कर देता है।