बिलासपुर में स्क्रब टायफस और डेंगू का डंक

 बिलासपुर  — एक तरफ जहां मौसम ने करवट लेकर ठंड का रूप धारण कर लिया है, तो वहीं ठंड के मौसम में बिलासपुर क्षेत्र में डेंगू और स्क्रब टायफस ने धीरे-धीरे पांव पसारना शुरू कर दिए हैं। बिलासपुर क्षेत्र में एक माह के भीतर तकरीबन 50 से अधिक केस डेंगू के पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें से काफी मरीज कुछ समय तक जोनल अस्पताल में भर्ती भी हुए थे। हालांकि अभी तक इस बीमारी से किसी की मौत होने का मामला सामने नहीं आया है, परंतु डेंगू जैसी बीमारी लगातार शहर व जिला के कई क्षेत्रों में लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे क्षेत्र के लोगों में भी हड़कंप मच गया हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू बीमारी के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए एक टीम का भी गठन किया है। यह टीम हर गांव-गांव में जाकर लोगों को डेंगू बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे लोगों को जागरूक कर रही है और हर व्यक्ति को अपने टेस्ट करवाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। विभागीय आंकड़े बताते  हैं कि 2017 सत्र के अभी तक नौ माह के भीतर डेंगू के 117 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं अगर हम स्क्रब टायफस की बात करें तो स्क्रब के डेंगू से भी अधिक केस हैं। स्क्रब टायफस के अभी तक 142 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डेंगू के विषाणुओं से एडिस नामक मादा मच्छर के काटने से होता है। एडिस मादा मच्छर डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को काटकर आठ से दस दिन के भीतर खुद संक्रमित हो जाता है। उन्होंने बताया कि रोगी के नाक, मसूड़ों और योनी से रक्तचाव और काले रंग का मल और लाल मूत्र अगर आए तो उसमें डेंगू के लक्षण हो सकते है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि अगर ऐसे लक्षण किसी भी व्यक्ति को पाए जाते हैं तो वह तुरंत अस्पताल में आकर अपना टेस्ट करवाएं और विशेषज्ञ की सलाह लें। वहीं स्क्रब टायफस मे रोगी को तेज बुखार आता है। यह रोगी एक जीवाणु विशेष से संक्रमित माइट के काटने से फैलता है जो खेतों, झाडि़यों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टायफस बुखार पैदा करता है। रोगी को तेज बुखार आना, जोड़ो में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार, शरीर के ऐंठन, अकड़न शरीर टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजुओं के नीचे, कुल्हों के ऊपर गिल्टियां होना स्क्रब टायफस भयानक बीमारी के संकेत हैं। स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र की सभी जगहों में अलर्ट जारी कर दिया है और कहा है कि अगर इस प्रकार के लक्षण किसी को भी  पाए जाते हैं तो तुरंत अस्पताल में आकर अपना टेस्ट करवाकर, संबंधित विशेषज्ञ की सलाह से दवाई ले।

 

डियारा सेक्टर व घाघस में सबसे ज्यादा केस

डेंगू के लगातार शहर में बढ़ने के सबसे ज्यादा मामले डियारा सेक्टर व घाघस क्षेत्र में सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन एरिया में स्पेशल टीम का गठन किया है जो  डोर-टू-डोर जाकर लोगों की जांच कर रही है और जो लोग इस बीमारी से ग्रसित है उनकी फीडबैक लेने के लिए टीमें उनके घर जा रही हैं।