मटर साल की सबसे महंगी सब्जी

 भुंतर — गर्मियों में 40 से 50 रुपए तक के दाम टमाटर के वसूलने वाला हिमाचल अब इसी दाम में बाहरी राज्यों से आ रहे टमाटर को खरीदने को बेबस है। कुल्लू सहित प्रदेश भर की मंडियों में पहुंच रहे पंजाब हरियाणा और यूपी के टमाटर ने रसोई का जायका बिगाड़ दिया है। लिहाजा, गर्मियों में जो कमाई टमाटर से हुई थी पूरी की पूरी वापस उसी टमाटर पर खर्च करने की नौबत आई है। मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों दुकानों पर टमाटर 40 से 50 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। टमाटर के अलावा प्याज भी रसोई का स्वाद फीका कर रहा है। प्याज 40 रुपए प्रतिकिलो के पार होने से लोग इसे खाने में कम ही प्रयोग करने को मजबूर हैं। वहीं, हरे मटर के दाम जमीन पर उतरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। जानकारों की मानें तो मटर इस साल सबसे महंगा आंका गया है और इन दिनों भी यह 60  रुपए प्रतिकिलो से 80 रुपए तक बिक रहा है। सब्जियों की बढ़ती महंगाई के चलते महिलाओं को अब खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला के भुंतर कुल्लू में पिछले कुछ दिनों में सब्जियों के दाम और ज्यादा आसमान छूने लगे हैं। शहर में सबसे ज्यादा दाम प्याज व टमाटर के बढ़ते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि देशभर में इस बार प्याज की फसल काफी अच्छी हुई है, लेकिन फसल अच्छी होने के बाद भी प्याज के दाम आसमान पर हैं, ऐसे में लोगों के घरों में पकने वाले खाने का स्वाद दिन प्रतिदन बिगड़ता जा रहा है। जानकारों की मानें तो सरकार के पास सब्जियों के दाम नियंत्रित करने के लिए बेहतर ढांचा ही नहीं है। इसके कारण सब्जियां कभी कौड़ी के भाव बिक रही हैं तो कभी आसमानी दाम पा रही है। जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में सब्जियों के दामों में गिरावट नही आने वाली है, जो कि आम लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है। जिला कुल्लू के एपीएमसी के सचिव राघव सदू के अनुसार कुल्लू में लोकल सब्जियों का उत्पादन बंद हो चुका है और बाहर से सब्जियां आ रही हैं। उनके अनुसार कारोबारियों को निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि वे अतिरिक्त वसूली न कर पाए। बहरहाल, जिस टमाटर से कुल्लू सहित प्रदेश के किसानों ने 50 रुपए प्रति किलो तक के दाम वसूले थे अब वही दाम इसकी खरीददारी को चुकाने की नौबत आ रही है।