माता कूहादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना

दौलतपुर चौक —  नपं दौलतपुर चौक के माता कूहादेवी मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मंगलवार को विधिवत समापन हो गया। जिसमे सैकड़ों की तादाद में धर्मानुरागियों एवं भागवत प्रेमियों ने अपनी आस्था दर्शाते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कथावाचक भक्ति प्रसाद विष्णु गिरि जी महाराज ने कहा कि कलियुग में भागवत कथा करवाना या उसका श्रवण करना एक ऐसा माध्यम है, जो मनुष्य को असंख्य पापों से मुक्ति दिलाता है, क्योंकि पहले यंत्र और मंत्र का जमाना होता है, लेकिन आजकल षड्यंत्र का जमाना है और हर कोई  इसी षड्यंत्र रूपी पाप के जाल के ताने-बाने में फंसा हुआ है। उन्होंने बताया कि कलियुग में मनुष्य का शरीर पापों से भरपूर है और परलोक में प्रभु से मिलन करना है, तो उसका एक ही माध्यम है यज्ञ, दान, तप। अतः सांसारिक लोभ, मोह माया से बचकर प्रभु भक्ति में लग जाओ और अपनी कमाई का एक निश्चित हिस्सा पुण्य काम एवं गो सेवा में लगाएं। उधर, सैकड़ों की तादाद में उमड़ी भीड़ ने भागवत कथा के समापन पर पूर्णाहुति के उपरांत आयोजित लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।