मुआवजा नहीं, तो नहीं हटेगा मलबा

सुंदरनगर  – सुंदरनगर उपमंडल में लोगों को बरसात के दिनों में मिले जख्मों पर आज तक प्रशासन मरहम तक नहीं लगा सका है। फोरलेन निर्माण के दौरान चमुखा में पहाड़ी दरकने से मार्ग बाधित पड़ा है, जिसे प्रशासन बहाल करने और फोरलेन पर पड़े पहाड़ी के मलबे को उठाने की जहमत तक नहीं कर पाया है। आज भी फोरलेन पर वाहन इस एरिया में टू लेन में ही दौड़ रहे हैं। न तो फोरलेन कंपनी बरसात के दिनों में गिरे मलबे को हटा पाई है और न ही प्रशासन इस दिशा में कोई कारगर कदम उठा पाया है। ग्रामीणों में ज्ञान चंद, मोहन, साजू, चांद राम, नरेश, मन्नी राम, चमारू राम, प्यारे लाल, श्याम लाल, प्रकाश का कहना है कि इतने माह बीत गए हैं, लेकिन फोरलेन बनने से जहां एक ओर सैकड़ों किसानों व बागबानों के बागीचे तबाह हुए हैं, वहीं मकान रहने लायक नहीं हैं, जगह-जगह दीवारों पर दरारें बनी हुई हैं। लोग बेघर हो गए हैं। स्थानीय रास्तों का संपर्क कट सा गया है। क्रॉस रोड तक प्रशासन फोरलेन कंपनी से पुंघ से लेकर जड़ोल तक नहीं बना पाया है। मूलभूत सुविधाओं से प्रभावित क्षेत्रों की जनता महरूम है, लेकिन प्रभावितों का कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजा अदा नहीं किया जाता है। तब तक फोरलेन पर पड़े पहाड़ी के मलबे को उठाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि प्रभावितों को मुआवजा दिया जाए, ताकि वे अपना जीवन नए सिरे से सुरक्षित जगह पर बसर कर सकें। उधर, एडीएम राजीव कुमार का कहना है कि फोरलेन बनने से प्रभावितों की समस्या ध्यान में है। जल्द ही फोरलेन पर पड़े मलबे को भी हटाने के निर्देश फोरलेन कंपनी को दिए जाएंगे। जनता को क्षेत्र में हर मूलभूत सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।