लैप्रोस्कोपी से रसोली का सफल आपरेशन

कुल्लू –अब हिमाचल के लोगों को रसोली का आपरेशन करने के लिए पीजीआई चंडीगढ़ की तरफ नहीं जाना पडे़गा। अब यह आपरेशन हिमाचल में ही होने जा रहा है और वह भी दूरबीन विधि से। हालांकि प्रदेश के बडे़-बडे़ अस्पताल जैसे आईजीएमसी और कमला नेहरू अस्पताल में दूरबीन विधि से रसोली का आपरेशन नहीं हुए हैं, लेकिन प्रदेश के जिला अस्पताल कुल्लू में रसोली का दूरबीन विधि से पहला व नया आपरेशन सफल हुआ है। यह कुल्लू ही नहीं बल्कि प्रदेश की बड़ी अचीवमेंट है। आईजीएमसी, कमला नेहरू अस्पताल सहित प्रदेश के अन्य अस्पातलों में कहीं भी इस तरह का आपरेशन अभी नहीं हुआ है। कुल्लू अस्पताल में तैनात सर्जन विशेषज्ञ डाक्टर आशीष छावा ने दूरबीन से सफल आपरेशन करने में कामयाबी हासिल की है। यह आपरेशन जिला कुल्लू के रायसन क्षेत्र की रहने वाली एक महिला का हुआ है। महिला के ओवरी में यह रसोली थी।  हालांकि यह गायनी विशेषज्ञ का केस था, लेकिन सर्जन डाक्टर ने आपरेशन को सफल करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। सर्जन विशेष के मुताबिक यह रसोली 8 सेंटीमीटर वाई 6 सेंटीमीटर थी। रसोली का साइज काफी बड़ा था, लेकिन लैप्रोस्कोपी के उपकरण में यह बीमारी आसानी से बाहर आई। इस ऑपरेशन करने के लिए डेढ़ घंटे का समय लगा। आपरेशन पर क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में मात्र तीन हजार के आसपास पैसे खर्च हुए हैं।  हालांकि डेढ़-दो साल से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में पीत की पत्थरी, अपेंडिक्स, अलसर के ऑपरेशन दूरबीन विधि से किए जा रहे हैं।  वहीं, अब क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में तैनात सर्जन विशेषज्ञ डाक्टर आशीष छावा ने रसोली का भी दूरबीन विधि से प्रदेश में पहला सफल आपरेशन किया है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भी काफी जोखिम भरा था, लेकिन दूरबीन विधि से उन्हें महिला का आपरेशन करने में कोई दिक्कत नहीं आई।