विकास संस्था लगाएगी साइन बोर्ड

 गरली —  विकास मंडल नामक समाजसेवी संस्था ने अपने केवल एक वर्ष के कार्यकाल में ही धरोहर गांव गरली में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों व स्थानीय ग्रामीणों की जन सुविधाओं हेतु नया इतिहास रचा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2002 में हैरिटेज विलेज का दर्जा देने के बाद यहां आज तक  सफाई व्यवस्था व सर्वाजनिक शौचालय न होने के कारण हर कोई प्रदेश सरकार व विभागीय प्रशासन की कार्यप्रणाली को कोसता हुआ नजर आता था, लेकिन यह कार्य स्थानीय समाजसेवी संस्था ने अपने बलबुते पर सफल कर दिखाया है। अगर धरोहर गांव गरली में सफाई व्यवस्था की बात करें, तो यहां जगह-जगह बिखरे गंदगी के ढेरों को ठिकाने लगाने की कोई भी अपनी जिम्मेदारी नहीं लेता था, लेकिन सबसे पहले गरली विकास मंडल ने कमेटी गठन के बाद ही  अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए स्थानीय दुकानदारों, ग्रामीणों, महिला मंडल व पंचायत प्रतिनिधियों को साथ लेकर गत करीब एक वर्ष पहले यहां निजी तौर पर  दो सफाई कर्मचारी तैनात किए गए, जो अब लगातर यहां अपने कार्य में जुटे हुए हैं। इस सफाई व्यवस्था की सफलता के बाद अब विकास मंडल के पदाधिकारियों ने अपने जेबी खर्चे पर एक लाख बीस हजार रुपए की लागत से यहां स्थानीय बाजार में सर्वाजनिक शौचालय कम बाथरूम का कार्य भी लगभग सिरे चढ़ा दिया है। गरली विकास मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी लाला अतुल, लाल, हैप्पी मोदगिल, मदनजीत, राकेश, संदीप शर्मा, महिला मंडल प्रधान आशा शर्मा व अन्य की बात मानें, तो उक्त समाजसेवी संस्था यहां आने वाले पर्यटकों को यहां क्षेत्र की ऐतिहासिक जानकारी मुहैया करवाने हेतु जगह-जगह साइन बोर्ड लगाने जा रही है। इतना ही नहीं, यहां क्षेत्र के पोस्ट गे्रजुएट युवा बेरोजगारों को गाइड की ट्रेनिंग देकर रोजगार मुहैया करवाने पर भी विचार करने लगा है।