हिमाचल में पारे के साथ लुढ़का बिजली उत्पादन

By: Nov 4th, 2017 12:40 am

देश भर में डलहौजी का पारा 12.5 सबसे कम, ऊना में भी ठंड

शिमला – प्रदेश के ऊना, डलहौजी, कल्पा व भुंतर में फिर पारा लुढ़क गया है। डलहौजी के अधिकतम तापमान में सबसे अधिक दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आंकी गई है। ऊना व कल्पा में एक डिग्री तक पारा लुढ़का है। भुंतर के अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री तक की गिरावट आई है, जबकि राज्य के शेष क्षेत्रों में पहले के मुकाबले बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत राज्य भर में आठ नवंबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा। शुक्रवार को प्रदेश के कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट रिकार्ड की गई है। डलहौजी का अधिकतम पारा 14 डिग्री से लुढ़ककर 12.5 डिग्री तक पुंच गया है, जो देश भर में सबसे कम आंका गया है। कल्पा का अधिकतम पारा भी लुढ़ककर 17 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने खबर की पुष्टि की है।

कहां, कितना तापमान

शिमला में अधिकतम तापमान 20.7, सुंदरनगर में 26.1, भुंतर में 26, कल्पा में 17, धर्मशाला में 20.8, ऊना में 27.4, नाहन में 23.7, सोलन में 24.6, कांगड़ा में 25.5, चंबा में 25.1, डलहौजी में 12.8, बिलासपुर में 25.6 और हमीरपुर में 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

प्रदेश में ठंड आते ही लाइट की डिमांड भी बढ़ी, बोर्ड दूसरे राज्यों से ले रहा वापस

शिमला – प्रदेश में इन दिनों पारा लुढ़कने से बिजली का उत्पादन भी गिर गया है, जो कि कुछ दिन में दस से 20 फीसदी ही रह जाएगा। इन दिनों उत्पादन 40 फीसदी तक रह गया है, जिसमें कुछ दिन में 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। उत्पादन गिरने के साथ यहां दूसरे राज्यों से ली जा रही बैंकिंग बिजली की मात्रा बढ़ा दी गई है। इसमें 50 लाख यूनिट की बढ़ोतरी की गई है, ताकि कहीं भी बिजली की किल्लत महसूस न हो। पहली नवंबर से प्रदेश ने इस वापस ली जाने वाली बिजली की मात्रा बढ़ा दी है। प्रदेश में इन दिनों राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। यहां चुनाव प्रचार जोरों पर है। चुनावी माहौल के चलते कहीं भी बिजली का कट नहीं लगाया जा सकता, लिहाजा बिजली की आपूर्ति सुचारू बनाने के लिए बिजली बोर्ड ने बैंकिंग की बिजली की मात्रा अभी से बढ़ाना शुरू कर दिया है। प्रदेश में बिजली का उत्पादन जहां घट रहा है, वहीं इसकी मांग यहां ज्यादा होने लगी है। 15 नवंबर के बाद से सभी सरकारी महकमों में हीटर आधिकारिक रूप से चालू कर दिए जाएंगे, लेकिन अभी से हीटर चालू हो चुके हैं। यहां बिजली की डिमांड 300 लाख यूनिट प्रतिदिन तक पहुंचने लगी है, जो कुछ दिन पहले 250 लाख यूनिट तक की थी। ऐसे में यह डिमांड पूरा करने के लिए बिजली बोर्ड ने बैंकिंग की बिजली, जो गर्मियों में दूसरे राज्यों को दी है, वह लेनी शुरू कर दी है।

नाथपा झाकड़ी का भी यही हाल

बीबीएमबी के प्रोजेक्टों समेत कोलडैम में भी बिजली उत्पादन 40 फीसदी तक रह गया है। कोलडैम का रिजर्वायर भी ज्यादा मात्रा में भरा जा रहा है, लेकिन यहां से पानी की सप्लाई चरणबद्ध ढंग से चलाई जाती है। इसी तरह का हाल अब नाथपा झाकड़ी का भी है, जहां भी उत्पादन काफी ज्यादा गिर गया है। इसके रामपुर प्रोजेक्ट में भी काफी कम मात्र में उत्पादन हो रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो इस दफा नदियों में पानी की मात्रा पिछले सालों के मुकाबले अधिक कम होगी, जिससे आने वाले दिनो में उत्पादन न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाएगा।


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