11300 जवानों के पहरे में चुनाव

शिमला— हिमाचल में विधानसभा चुनावों के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की सभी कंपनियां पहुंच गई हैं। इनमें आईटीबीपी, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की कंपनियां शामिल हैं। ये कंपनियां राज्य के विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं, वहीं उतराखंड से भी एक हजार होमगार्ड जवान इन चुनावों के लिए तैनात किए जा रहे हैं। चुनावों के लिए अबकी बार 65 कंपनियां केंद्रीय बलों की मिली हैं, इनमें पहले चरण में 21 अक्तूबर को आईटीबीपी की कंपनियां आ चुकी थीं। अब बाकी 50 कंपनियां भी हिमाचल पहुंच चुकी हैं। अब जो कंपनियां हिमाचल आई हैं, उनमें बीएसएफ और सीआरपीएफ की 15-15 कंपनियां हैं। एसएसबी की 12 कंपनियां हिमाचल आई हैं। इनके अलावा अभी आठ कंपनियां आईटीबीपी की भी हिमाचल आई हैं। आईटीबीपी की सबसे ज्यादा 23 कंपनियां इन चुनावों में मोर्चा संभाल रही हैं। केंद्रीय सुरक्षा बलों की इन कंपनियों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में भेजा गया है। यहां चुनाव पर्यवेक्षक के दिशा-निर्देश पर इनकी तैनाती की जा रही है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती राज्य के संवेदनशील क्षेत्रों में की गई है। ये क्रिटिकल मतदान केंद्रों में भी तैनात रहेंगे। संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्रीय बल लैग मार्च भी कर रहे हैं। केंद्रीय बलों को ईवीएम की सुरक्षा का काम भी सौंपा गया है। केंद्रीय बल की कड़ी सुरक्षा में ही ईवीएम विभिन्न क्षेत्रों के लिए रवाना की जाएंगी। राज्य की सीमाओं पर भी केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। चुनावों के लिए इस बार करीब 11300 पुलिस जवान तैनात किए जा रहे हैं, जिनमें 8500 कांस्टेबल, 1800 हैड कांस्टेबल और एक हजार एनजीओ शामिल हैं। इनमें से करीब आधे जवान अपने-अपने क्षेत्रों में मोर्चा संभाल चुके हैं और बाकी जवानों की भी तैनाती जल्द ही की जाएगी। पुलिस के अलावा होमगार्ड के जवान भी इन चुनावों में तैनात किए जा रहे हैं। अबकी बार विधानसभा चुनावों में राज्य के ही करीब 6460 होमगार्ड तैनात किए जाएंगे। एक हजार होमगार्ड जवान उतराखंड से मंगवाए गए हैं। करीब साढ़े सात हजार होमगार्र्ड जवान अबकी बार चुनावी ड्यूटी देंगे।

प्रदेश में जगह-जगह नाके

प्रदेश में विधासभा चुनावों के लिए सुरक्षा व्यवस्था चका चौबंद की जा रही है। चुनावों के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष नाके लगाए जा रहे हैं। सभी जिलों में जगह-जगह वाहनों की चैकिंग की जा रही है और इसकी बाकायदा वीडियो रिकार्डिंग भी की जा रही है। इसके माध्यम से चुनावों में अवैध शराब, पैसों का इस्तेमाल रोकने का कार्य किया जा रहा है। पड़ोसी राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड के साथ लगती सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी की गई है। राज्य के प्रवेशद्वारों पर नाके लगाकर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। डीजीपी सोमेश गोयल ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की 65 कंपनियां हिमाचल आ चुकी हैं। इनकी तैनाती चुनावी पर्यवेक्षकों के निर्देशों के अनुसार बनाए गए प्लान पर विभिन्न जिलों में की जा रही है। विधानसभा चुनावों के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं।