एक ही बेड पर तीन-तीन मरीज
उल्टी-दस्त की चपेट में आए धमास के दो दर्जन ग्रामीणों के संगड़ाह अस्पताल पहुंचने के बाद न केवल एक-एक बेड पर तीन-तीन मरीज रखकर इलाज करना पड़ा, बल्कि कुछ बीमार तीमारदारों के लिए बाहर लगे बेंच पर बैठकर भी इलाज करवाते देखे गए। अस्पताल का दौरा किए जाने पर यहां मौजूद तीनों वार्ड में मरीजों से लेटने तक को जगह नहीं बची थी।
महंगी पड़ गई दावत
* उल्टी-दस्त की चपेट में संगड़ाह का धमास कइयों का गांव में ही चल रहा इलाज
* खराब दाल खाने से हुए बीमार, पानी की जांच में जुटा आईपीएच महकमा
बीमार ग्रामीणों की लिस्ट
जीवन सिंह (30), लीला देवी (28), सुमन (15), करिश्मा (14), अनीशा (10), सपना (19), रोबिन (17), अनुराग (15), रमेश कुमार (44), सरीता (18), सदानंद (12), विशाल (9), अरुण (6), पारस (4), विनोद (24), सुनीता (18), अशोक (10), मुन्ना (9), राजेंद्र (24) व प्रोमिला (23) वर्ष आदि शामिल हैं। संगड़ाह अस्पताल पहुंचे इन मरीजों के अलावा सोमवार शाम तक चार डाक्टरों की टीम द्वारा गांव के सभी दो दर्जन परिवारों के लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा रही थी। प्रारंभिक जांच में फूड प्वाइजनिंग अथवा दाल खराब होना बीमारी का कारण बताया जा रहा है। हालांकि खाने व पानी के सैंपल की प्रयोगशाला से जांच करवाया जाना शेष है।
मरीजों की सेहत में सुधार का दावा
खंड स्वास्थ्य अधिकारी संगड़ाह डा. संदीप शर्मा तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डा. संजय शर्मा ने बताया कि उल्टी-दस्त की चपेट में आए सभी मरीजों की हालत में सुधार है। रविवार को जहां धमास में पांच उल्टी-दस्त के मरीज संगड़ाह अस्पताल पहुंचे, वहीं सोमवार को डेढ़ दर्जन के करीब मरीज दाखिल हुए। सभी मरीजों की हालत में सुधार है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय शर्मा ने बताया कि संगड़ाह से डा. अक्षित, डा. मनेंद्र, डा. जितेंद्र व डा. निशा के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम को उल्टी-दस्त से प्रभावित गांव धमास भेजा गया तथा स्थिति नियंत्रण में है। समय रहते ग्रामीणों के अस्पताल पहुंचने के चलते विभाग द्वारा जल्द बीमारी पर नियंत्रण पाया जा चुका है।