26 दिन चली सत्ता की दौड़

प्रचार के लिए मिला एक महीने से भी कम वक्त, पिछली दफा मिले थे 31 दिन

मटौर— विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के लिए प्रत्याशियों को खूब पसीना बहाना पड़ा। वजह यह रही कि इस बार सत्ता कब्जाने के लिए लगी प्रत्याशियों की दौड़ 26 दिन में ही खत्म करनी पड़ी। चुनाव मैदान में खड़े प्रत्याशियों को एक महीने से भी कम समय प्रचार के लिए मिला। प्रत्याशी दोबारा विधानसभा क्षेत्रों का पूरी तरह दौरा नहीं कर पाए। यही कारण है कि सोशल मीडिया का उन्हें ज्यादा सहारा लेना पड़ा। वर्ष 2017 के चुनाव शेड्यूल पर नजर डालें तो 12 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने हिमाचल विधानसभा चुनावों की घोषणा की थी। 16 अक्तूबर को प्रत्याशियों के नोमिनेशन फाइल होने शुरू हुए, जिसकी अंतिम तारीख 23 अक्तूबर थी। 24 को स्कू्रटनी हुई और दो दिन बाद 26 को नाम वापस लेने का दिन था। 16 से 23 अक्तूबर तक तो पार्टियां प्रत्याशियों के चयन में ही उलझी रहीं, जिससे समर्थक भी असमंजस में थे कि उनके चहते नेता को टिकट मिल पाएगी कि नहीं। वैसे भी इस बार प्रत्याशियों के चयन को लेकर प्रदेश की दोनों ही बड़ी राजनीतिक पार्टियों में जो खींचतान रही है, वह जगजाहिर है। सात नवंबर को शाम पांच बजे नियमानुसार चुनाव प्रचार थम गया। चुनाव में खड़े प्रत्याशियों की स्थिति इस बार परीक्षा में बैठे उस छात्र की तरह रही, जो देरी से परीक्षा भवन में आता है और टाइम पूरा होने के बाद पांच मिनट और मिलने की इच्छा जताता है। खैर जो भी हो, लेकिन इतना तो तय है कि उम्मीदवारों को बहुत कम समय में जनता से संपर्क इस बार साधना पड़ा। इस बार चुनाव में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और आजाद उम्मीदवारों को मिलाकर कुल 338 कैंडीडेट मैदान में हैं, इनमें से 19 महिलाएं हैं। वर्ष 2012 में हुए चुनाव की बात करें तो तीन अक्तूबर को चुनावों की घोषणा हुई थी और तीन नवंबर को मतदान हुआ था। यूं कहें कि पार्टी प्रत्याशियों के पास एक महीने का समय प्रचार के लिए था। पिछली बार प्रत्याशियों को लेकर भी किसी तरह का असमंजस नहीं था। एक-दो को छोड़कर सब चेहरों की पिक्चर साफ थी।

सोशल मीडिया बना सबका सहारा

क्योंकि इस बार प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के लिए कम समय मिला, इसलिए उन्हें सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा। चुनाव में खड़े प्रत्याशियों के समर्थक फेसबुक, व्हाट्सऐप आदि में वीडियो और मैसेज के माध्यम से अपने-अपने नेताओं का प्रचार करते रहे। पहले की अपेक्षा इस बार सोशल मीडिया पर प्रचार की ज्यादा ही बाढ़ देखने को मिली।

कहां से कहां तक

12 अक्तूबर…विधानसभा चुनावों की घोषणा

16 से 23 अक्तूबर … नोमिनेशन फाइल

09 नवंबर…वोटिंग