क्रिसमस का जश्न…शिमला में सांता क्लाज ने बांटीं टाफियां

शिमला  — राजधानी शिमला में क्रिसमस का जश्न शुरू हो गया है। क्रिसमस को अभी चार दिन बाकी है, लेकिन ईसाई समुदाय के लोगों ने इस पर्व की खुशियां लोगों के साथ साझा करने की शुरूआत कर दी गई है। बुधवार को क्रिसमस के उपलक्ष्य में शहर में कैरोल मार्च का किया गया। पहले समुदाय के सभी लोग कैथोलिक चर्च में जमा हुए और उसके बाद यहां पर एक साथ मिलकर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। छोटे-बच्चे सांता क्लॉज की टोपियां पहने हुए इस मार्च में शामिल हुए। कैथोलिक चर्च से नाचते गाते हुए यह मार्च लोअर बाजार से होते हुए क्राइस्ट चर्च तक निकाला गया। क्रिश्चियन एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस मार्च में सांता क्लॉज ने बच्चों को टॉफियां भी बांटीं और बच्चों ने जमकर सांता के साथ मस्ती की। मार्च के दौरान प्रभु यीशु मसीह और मरियम आकर्षण का केंद्र रहे। प्रभु यीशु को गोद में उठाकर मार्च निकाला गया। कैरल गाते हुए सभी समुदाय के लोग इसमें शामिल हुए। घोड़ों पर अलग-अलग किरदार प्रभु यीशु के जन्म से जुड़े इसमें शामिल किए गए। मार्च में शिमला के कैथोलिक चर्च के साथ ही ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थित एतिहासिक क्राइस्ट चर्च सहित शिमला के सभी गिरिजाघरों के सदस्य शामिल रहे। भारी संख्या में ईसाई समुदाय के लोगों ने इस मार्च में भाग लिया। राजधानी में इस आयोजन से बुधवार को जश्न का माहौल रहा। इस दौरान लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। पोस्टरों के माध्यम से प्रभु यीशु के संदेश कैरल मार्च में ईसाई समुदाय के सभी सदस्यों ने आम जन को प्रभु यीशु मसीह के संदेश दिए गए। पोस्टरों पर यह संदेश लिख कर आम जन तक पहुंचाए गए।

गिरिजाघरों में हो रहीं विशेष प्रार्थनाएं

क्रिसमस के पर्व का जश्न शुरू होने से पहले ही कैथोलिक और क्राइस्ट चर्च के साथ ही अन्य गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थनाएं और घरों में कैरल गाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 23 दिसंबर को क्रिसमस के लिए दोनों ही मुख्य गिरिजाघर सजा दिए जाएंगे।