चंडीगढ़ में दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें

सिटी ब्यूटीफुल प्रशासन को केंद्र से मिलने वाले फंड्स का इंतजार

चंडीगढ़— सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ की सड़कों पर शीघ्र ही इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। चंडीगढ़ प्रशासन केंद्र सरकार से मिलने वाले फंड्स की राह में हैं। फंड्स की राह में प्रशासन ने फिलहाल छोटी इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक यह बसें नौ मीटर लंबी होंगी और इनमें 22 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। प्रत्येक बस की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए के लगभग होगी। चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट विभाग ने इस खरीददारी को लेकर पूरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है। इन बसों की खीड के प्रशासन केंद्र सरकार की नेशनल मिशन ऑन इलेक्ट्रॉनिक मोबिलिटीज योजना के तहत फंड्स के लिए प्रपोजल भेजेगा। फिलहाल कुल 20 बसें खरीदने की योजना है, जिसकी मंजूरी केंद्र सरकार ने दे दी है। ज्ञात रहे की फेम इंडिया योजना के तहत केंद्र सरकार फंड्स उपलब्ध करवाती है, जिसके मुताबिक केंद्र सरकार एक बस की खरीद के लिए 90 लाख से डेढ़ करोड़ रुपए तक की कीमत सरकार देगी, उधर इस योजना को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से दो कंपनियों की इलेक्ट्रिक बसों कर ट्रायल लिया जा चुका है। इस दौरान पाया गया कि बस की बैटरी को सात से आठ घंटे तक चार्ज करने से बसें कम से कम 220 से 250 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती हैं। इन बसों की चार्जिंग के लिए चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग, सीटीयू की वर्कशाप में इंतजाम किए गए हैं।

चंडीगढ़ में हटाए जा रहे सूखे पेड़

चंडीगढ़ — पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के विभिन्न स्थानों से खतरनाक हो चुके मृत और शुष्क पेड़ हटाने शुरू कर दिए हैं। प्रशासन के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार,  शहर में कुल 615 मृत पेड़ हैं। इनमें से 108 प्रजातियां एनीलगिरी, सिल्वर ओक,चकरासिया, शीशम, कीकर, अमाल्टास, कचनार, पापारी, अर्जुन,  एंतोपबिया, आम, टुन, शिशबुल, गुलाबी कासिया, अशोक पंडुला, बोतल पाम, नीम आदि पेड़ हटाए जा रहे हैं। निगम अब शहर में पेडों की नम्बरिंग का काम भी शुरु करेगा। अगर कहीं किसी पेड़ के कारण स्ट्रीट लाइटों की रोशनी रुक रही है तो पेड़ को उखाड़ने पर विचार किया जा सकता है।