चंद्रावैली-गोजंग में आईवैक्स-लैपर्ड

 केलांग — भारी बर्फबारी के बाद व बदले पर्यावरण के चलते जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के ग्लेशियर व नदी-नाले और झरने जिस तरह से आज के समय में सूख रहे हैं, ऐसे में यहां जंगलों में रहने वाले वन्य प्राणियों को पीने के लिए जंगलों में पानी न मिल पाने के चलते वे अब निचले इलाकों का रुख कर रहे हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो पिछले कुछ समय से बदलते पर्यावरण के चलते पहाड़ों में अधिकतर झरनों के सूख जाने से वन्य प्राणी निचले इलाकों का रुख कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि वन्य प्राणी सर्दियों में ही निचले इलाकों का रुख करते हैं, बल्कि गर्मियों में भी वे आबादी वाले इलाकों की ओर आते हैं, जिन्हें बहुत से लोगों ने देखा भी है। इन दिनों भी आईवैक्स पानी पीने के लिए समूहों में आबादी वाले इलाकों का रुख कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार कुछ रोज पहले भी यहां चंद्रावैली व गोजंग गांव की ओर इन्हें आते हुए देखा गया है। वन विभाग ने यहां लोगों को सख्त हिदायत दी है कि कोई भी वन्य प्राणियों के साथ किसी तरह की न तो छेड़छाड़ करे और न ही इनका शिकार करे। ऐसा करते अगर कोई पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं, यहां गत मंगलवार को देवसदन कुल्लू में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जहां पर विलुप्त हो रहे वन्य प्राणियों को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई।