छुट्टियों में सेमिनार नहीं

शिक्षा विभाग ने शीतकालीन स्कूलों के शिक्षकों को दी राहत

शिमला — शीतकालीन स्कूलों के शिक्षकों के लिए खुशखबारी है। लंबे समय से शीतकालीन अवकाश के दौरान सेमिनार में जाने के लिए मना कर रहे शिक्षकों के आगे शिक्षा विभाग आखिर झुक गया है। शिक्षा विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार शीतकालीन स्कूलों के शिक्षकों के लिए एसएसए व आरएमएसए की ओर से आयोजित होने वाले शिक्षक सेमिनार को छुट्टियों के बाद ही आयोजित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद प्रदेश भर के शीतकालीन स्कूलों के शिक्षकों में खुशी की लहर है। हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने शिक्षा विभाग का धन्यवाद किया है। वीरेंद्र चौहान का कहना है कि विभाग के इस फैसले से हजारों शिक्षक अपने परिजनों के साथ समय व्यतीत कर पाएंगे। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग की ओर से साल में दो बार शिक्षकों के लिए ब्लॉक स्तर पर सेमिनार आयोजित करवाया जाता है। सेमिनार करवाने का मकसद यही है कि स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक छात्रों के साथ कक्षाओं में किस तरह का व्यवहार व किस तरह से छात्रों को पढ़ाना चाहिए, इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है। शिक्षक छुट्टियों में इस सेमिनार के आयोजन का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि वे छुट्टियां में अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करना चाहते हैं। इससे पहले हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ का कहना था कि शिक्षक सर्दियों में आयोजित होने वाले एसएसए व आरएमएसए के सेमिनार में भाग नहीं लेना चाहते। अवकाश में शीतकालीन स्कूलों के सभी शिक्षक घर जाना चाहते थे।