ट्रैफिक पुलिस ने वसूला 102 करोड़ जुर्माना

सड़कों पर लगातार बढ़ रही गाडि़यां और गाडि़यों से होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या को देखकर किसको गुस्सा नहीं आता। ट्रैफिक पुलिस जाम को कंट्रोल करने के लिए जुर्माना भी वसूलती है। बंगलूर में ट्रैफिक पुलिस ने नवंबर माह तक मोटर मालिकों से 102 करोड़ रुपए जुर्माने के रूप में वसूले हैं। यह आंकड़ा विभाग के लिए ऐतिहासिक है और पहली बार विभाग ने 100 करोड़ के आंकड़ा छुआ है। नवंबर माह तक 92.15 लाख मामले दर्ज किए गए थे, जबकि शहर में अधिकृत वाहनों की संख्या 71.32 लाख है, यानी एक दिन में तकरीबन 25 हजार 428 मामले दर्ज हुए। इससे यह साफ होता है कि कुछ मोटर मालिकों ने अपना अपराध दोहराया और ट्रैफिक पुलिस की सख्ती की वजह से पकड़े गए। बताते चलें कि 2015 में 70.42 करोड़ रुपए, 2016 में 66.96 करोड़ रुपए और इस वर्ष नवंबर माह तक 102 करोड़ रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं। हालांकि, पुलिस द्वारा इकट्ठे किए गए इन पैसों का सिर्फ एक हिस्सा ही सड़क सुरक्षा पर खर्च किया जाता है। एकत्र किया गया जुर्माना सरकारी खजाने में जमा कर दिया जाता है। अधिकारियों का दावा है कि देश के सभी महानगरों में से बंगलूर ट्रैफिक से संबंधित सबसे ज्यादा जुर्माना वसूलता है। दिल्ली ने 74.84 करोड़ रुपए एकत्र किए, लेकिन यह आंकड़े सिर्फ सितंबर माह में ही ऊपर गए। मुंबई में मई तक 10.04 करोड़ एकत्र किए गए और हैदराबाद में अक्तूबर तक 20.86 करोड़ एकत्र किए गए। ज्यादा जुर्माने की वसूली शहर में वाहनों की क्षमता पर भी निर्भर करती है। सभी महानगरों में गाडि़यों की संख्या में नई दिल्ली के बाद दूसरे स्थान पर बंगलूर आता है। दिल्ली 1.01 करोड़ वाहनों के साथ शीर्ष स्थान पर है। हैदराबाद में 31 अक्तूबर तक वाहनों की संख्या 48.70 लाख है। चेन्नई में अप्रैल 2016 तक 45.57 लाख वाहन थे और मुंबई में मार्च, 2017 तक 30.69 लाख वाहन थे।