डबललेन से जुड़ेंगे फोरलेन से बाहर हुए शहर

हमीरपुर— बिना उजड़े आसपास के शहरों और संस्थानों को फोरलेन से जोड़ा जाएगा। इसके तहत फोरलेन से शहरों के लिए डबललेन लिंक रोड विकसित होंगे। इसमें प्रमुख शहरों और बड़े संस्थानों को शामिल किया गया है। मटौर-शिमला तथा पठानकोट-मंडी दोनों सड़क परियोजनाओं की डीपीआर में यह प्रावधान प्रमुखता से रखा गया है। भीड़ वाले इलाकों और बस स्टॉप में फोरलेन पर वे-साइड एमनिटीज सेंटर बनेंगे। इनमें शौचालय-बाथरूम और आराम कक्ष की सुविधा होगी। राज्य में प्रस्तावित फोरलेन की डीपीआर में मैक्सीमम विजिविलिटी की लाइनमेंट का प्रावधान किया गया है। इसके लिए मंडी-पठानकोट फोरलेन पर सभी तीखे मोड़ सीधे कर दिए जाएंगे। इस हाई-वे में एक दर्जन शहरों को फोरलेन की जद से बाहर करने के लिए आठ बाइपास प्रस्तावित हैं। अहम है कि नूरपुर से लेकर मंडी तक सभी शहरों को फोरलेन से जोड़ने का भी डीपीआर में ख्याल रखा गया है। इसके लिए नूरपुर और कोटला दोनों शहरों को लिंक रोड से जोड़ा जाएगा। नगरोटा शहार के लिए मौजूदा सड़क के अलावा चाहड़ी रोड के लिंक रोड को भी विकसित किया जाएगा। मलां से नगरोटा शहर को जोड़ने वाले हाई-वे का भी विस्तारीकरण होगा। इस फोरलेन में पालमपुर से लेकर चौंतड़ा तक 33 किलोमीटर नया बाइपास बनने से इस जद में शामिल सभी शहर फोरलेन से बाहर हो जाएंगे। बावजूद इसके पालमपुर शहर को जोड़ने वाले कृषि विश्वविद्यालय और कालू दी हट्टी वाले मार्ग को विकसित किया जाएगा। फोरलेन से पालमपुर शहर की दूरी दो किलोमीटर के दायरे में रखने का प्रस्ताव है। इसी तर्ज पर फोरलेन बैजनाथ शहर के समीप शीतला मंदिर के नजदीक से होकर गुजरेगा। यहां से भी पपरोला-बैजनाथ को लिंक रोड से जोड़ा जाएगा। जोगिंद्रनगर के मौजूदा रोड को चौड़ा कर इसे फोरलेन बाइपास से मिलाया जाएगा। इसी तर्ज पर मंडी और पद्धर शहर को जोड़ने के लिए बाइपास से संपर्क मार्ग विकसित होंगे।  मटौर से शिमला तक की जद में शामिल सभी बड़े शहर लिंक रोड के माध्यम से फोरलेन से जुड़ेंगे। इस हाई-वे से बाहर हो रहे कंदरौर, घाघस और जुखाला को भी सड़क सुविधा से लैस किया जाएगा। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने कंदरौर-ब्रह्मपुखर वाया घाघस-जुखाला सड़क को अपने अधीन रखने का फैसला लिया है। इस प्रस्ताव को लेकर मंत्रालय से भी मंजूरी मिल चुकी है। लिहाजा इस मार्ग को विकल्प के तौर पर प्रयोग किया जाएगा।

इनके के लिए बनेंगे लिंक रोड

फोरलेन से शिमला को जोड़ने वाली मौजूदा सड़क लिंक रोड की तर्ज पर विकसित होगी। इसके अलावा सीयू, तकनीकी विश्वविद्यालय, एनआईटी, आईएचएम, कर्मचारी चयन आयोग और सभी बडे़ शिक्षण तथा स्वास्थ्य संस्थान फोरलेन से लिंक रोड से जुड़ेंगे।