धर्मशाला में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तैयारी

धर्मशाला— हिमाचल प्रदेश की खेल नगरी धर्मशाला के साई प्रशिक्षण केंद्र को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) बनाने की तैयारी चल रही है। स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया के धर्मशाला ट्रेनिंग सेंटर ने मिनिस्ट्रि ऑफ यूथ अफेयर एंड स्पोर्ट्स भारत सरकार को प्रोपोजल तैयार करके भेज दिया है। इसके तहत हिमाचल से जिन खेलों में खिलाडि़यों में कई राष्ट्रीय सहित अंतरराष्ट्रीय पदक भी भारत को दिलाए हैं, उन गेम्स को शामिल किया गया है। धर्मशाला से सीओई के लिए कबड्डी, वालीबाल और एथलेक्टिस को प्रस्तावित किया गया है। सीओई बनने से केंद्र में चयनित होने वाले नेशनल स्तर के खिलाडि़यों को अच्छी डाइट, फिजियो, स्पोर्ट्स किट, मेडिकल एक्सपेंसिव, कंपीटीशन एक्सपोजर, इंश्योरेंस और उच्च स्तरीय कोच सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया साई नोर्थ सेंटर चंडीगढ़ ने केंद्रीय खेल मंत्रालय भारत सरकार दिल्ली को धर्मशाला को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का प्रोपोजल भेज दिया है। खेल प्राधिकरण ने धर्मशाला में कबड्डी, वालीबाल और एथेलेटिक्स के बेहतरीन खिलाडि़यों को तैयार करने के लिए प्रस्ताव भेजा है। प्रदेश में अब तक एक भी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस नहीं बनाया गया है। हालांकि लंबे समय से सीओई बनाने के लिए प्रोपोजल साई चंडीगढ़ और फिर केंद्र दिल्ली को भेजे जा रहे हैं। अब तक मामला पूरी तरह से सिरे नहीं चढ़ पाया है। इस बार साई सेंटर ने धर्मशाला की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त की गई उपलब्धियों पर भी जोर देते हुए मामले को उठाया है। ऐसे में इस बार केंद्र सरकार द्वारा धर्मशाला को सीओई मिलने की उम्मीद जग गई है। धर्मशाला में कबड्डी, वालीबाल और एथेलेटिक्स का एक्सीलेंस सेंटर बन जाने पर राष्ट्रीय स्तर के खिलाडि़यों को मेडल जितवाने के लिए तैयार किया जाएगा। सेंटर में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर में पदक होने सहित आयु वर्ग देखकर आगे बढ़ने की क्षमता को देखते हुए ही चयन किया जाता है। इसमें खिलाडि़यों को वैज्ञानिक तरीके से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए तैयार किया जाता है। खेलों के अच्छे उपकरण, मैदान, कोट, सामान्य स्तर से अधिक उचित पौष्टिक आहार और रहने की व्यवस्था, फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स किट, खेल उपकरण, कंपीटीशन एक्सपोजर, मेडिकल खर्च और इंश्योरेंस की सुविधा प्रदान की जाती है। गौरतलब है कि धर्मशाला साई होस्टल की खिलाडि़यों ने कबड्डी, एथलेटिक्स और वालीबाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्त्व कर मेडल दिलाएं हैं। ऐसे में अब धर्मशाला में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने से खिलाडि़यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं के लिए तैयार होने में काफी मदद मिलेगी।