नए साल का जश्न बिन पटाखे

न्यू ईयर ईव के लिए प्रदेश के शक्तिपीठों में रहेगा प्रतिबंध

हमीरपुर— राज्य के मंदिरों में न्यू ईयर ईव पर पटाखों का प्रयोग प्रतिबंधित कर दिया है। इस बार नववर्ष की पूर्व संध्या रविवार को होगी। इस कारण सुरक्षा एजेंसियों ने सभी धार्मिक स्थलों को अलर्ट जारी किया है। अवकाश दिवस के चलते मंदिरों में श्रद्धालुआें की संख्या में भी बढ़ोतरी की आशंका है। इसके चलते मंदिरों में अतिरिक्त सुरक्षा जत्थे तैनात होंगे। बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध ट्रस्ट के चेयरमैन एवं एसडीएम धनवीर ठाकुर ने बताया कि न्यू इयर ईव पर करीब अढ़ाई लाख धार्मिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके चलते पटाखों का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। इसी तर्ज पर कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर तथा नाहन के शक्तिपीठों में नववर्ष की पूर्व संध्या पर अलर्ट जारी रहेगा। देश भर से धार्मिक श्रद्धालु हर वर्ष प्रदेश के शक्ति तथा सिद्धपीठों में नए साल के पर्व पर माथा टेकने आते हैं। इसलिए श्रद्धालु नववर्ष शुरू होने से दो दिन पहले आना आरंभ हो जाते हैं। नववर्ष की पूर्व संध्या पर भजन-कीर्तन के साथ अध्यात्मिक मनोरंजन किया जाता है। इस आधार पर नया साल शक्तिपीठों में माथा टेककर शुरू किया जाता है। चूंकि इस बार नववर्ष का आगाज सोमवार से हो रहा है। इसके चलते वीकेंड पर पंजाब से भारी संख्या में श्रद्धालुआें के हिमाचल आने की संभावना है। जाहिर है कि राज्य के पर्यटन स्थलों में नववर्ष का जश्न अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। खासकर पर्यटन स्थलों में पर्यटकों को रिझाने के लिए आकर्षक पार्टियां आयोजित की जाती हैं। वीकेंड के चलते पर्यटन स्थलों में टूरिज्म के भी उछाल की संभावना है।

आधी रात करनी पड़ती है कसरत

पिछले सालों में कई बार पुलिस को आधी रात तक कसरत करनी पड़ी है। कई होटलों में भी आपसी झड़पों के चलते पुलिस थानों की पुलिस रात भर कदमताल करती है। लिहाजा पुलिस को रात्रि गश्त के अलावा नाके भी लगाने की सलाह दी गई है। मंदिर न्यास कर्मियों की न्यू ईयर ईव पर छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सभी को 29 से 31 दिसंबर तक ड्यूटी में तैनात रहने को कहा गया है। पहले से ही पीठों में तैनात होमगार्ड कर्मचारियों को भी मंदिर न्यास ने अलर्ट कर दिया है।