नोटबंदी से उबरने में लगेंगे दो साल

पूर्व आरबीआई गवर्नर रेड्डी बोले, विकास का अनुमान मुश्किल काम

मुंबई— रिवर्ज बैंक के पूर्व गवर्नर वाईवी रेड्डी ने जीएसटी और नोटबंदी जैसे कदमों से अर्थव्यवस्था को लगे झटके को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाने से इनकार करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को इस स्थिति से पूरी तरह उबरने और उच्च वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए दो साल के समय की और जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस समय आर्थिक वृद्धि को लेकर कोई अनुमान लगाना काफी मुश्किल काम है या फिर यह कहना कि अर्थव्यवस्था फिर से 7.5 से आठ प्रतिशत की संभावित उच्च वृद्धि के रास्ते पर कब लोटेगी। बहरहाल, यह स्थिति अगले 24 माह के दौरान बनती नहीं दिखाई देती है। रेड्डी ने यहां सप्ताहांत पर संवाददाताओं के एक समूह के सवालों के जवाब में कहा, यह एक एक झटका है, जिसकी नकारात्मक धारणा के साथ शुरुआत हुई है। इसमें कुछ सुधार आ सकता है और उसके बाद कुछ फायदा मिल सकता है। फिलहाल इस समय इसमें परेशानी है और लाभ बाद में आएगा। कितना फायदा होगा और कितने अंतराल के बाद यह होगा यह देखने की बात है। पूर्व गवर्नर ने कहा, मेरा अनुमान है कि इसमें कुछ साल लग सकते हैं। कुछ साल में हम फिर से 7.5 से आठ प्रतिशत वृद्धि पर पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल सकते हैं। उन्होंने कहा, झटके से जो परेशानी खड़ी हुई थी, वह कम हो रही है, जबकि सकारात्मक माहौल अभी आना बाकी है। मेरी उम्मीद है कि यह माहौल आएगा।