पक्के होंगे प्रदेश के खतरनाक पुल

पीडब्ल्यूडी करेगा पहचान, हादसों से निपटने के लिए लिया फैसला

शिमला – हिमाचल में पुलों के गिरने के मामले सामने आने के बाद लोक निर्माण विभाग अब खतरनाक पुलों की पहचान कर रहा है। यह काम फील्ड अधिकारी जहां मैनुअली कर रहे हैं, वहीं जरूरत पड़ने पर मशीनों का भी सहारा लिया जा रहा है। पुलों की पहचान करने के बाद इन्हें पक्का करने के लिए विभाग कदम उठाए जाएंगे। हिमाचल में पुराने व खतरनाक पुलों की पहचान की जाएगी। लोक निर्माण विभाग ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए विभाग ने फील्ड स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित करना भी शुरू कर दिया है। हाल ही में पीडब्ल्यूडी के मुख्यालय में इसके लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें विशेष तौर पर तैनात कंसल्टेंटों ने विभाग के अधिकारियों को इसकी पूरी जानकारी दी। अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने इलाकों में पुराने पुलों की पहचान करें, जो कि खतरनाक हो सकते हैं। बाद में इनको मशीनों द्वारा टेस्ट करके भी जांचा जा सकता है। इसके बाद अधिकारियों ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। इन पुलों की पहचान करने के बाद इनको ठीक करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इस तरह पहले पुराने पुलों की जांच की जाएगी। अन्य संभावित खतरनाक पुल भी जांचे जाएंगे, जहां बाढ़ या भू-स्खलन का खतरा भी पुलों का है, वहां भी पुलों की जांच की जाएगी। विभाग बरसात से पहले और बाद में भी इस तरह के पुलों की जांच करेगा, ताकि इस तरह के हादसे रोके जा सकें।

कर्मचारियों को दी जा रही ट्रेनिंग

राज्य में पुल गिरने के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में दिवाली के समय चंबा में भी एक पुल गिर गया था, इसमें कई लोग जख्मी हो गए थे। चीफ इंजीनयर (साउथ जोन) एके चौहान का कहना है कि विभाग उन पुलों की पहचान कर रहा है, जो कि खतरनाक है या जिनके गिरने की संभावना है। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। ऐसे पुलों को दुरुस्त करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।