पौंग विस्थापित बोले,अब नहीं चलेंगे बहाने

नगरोटा सूरियां — दिल्ली में  नरेंद्र मोदी, राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया और अब हिमाचल में भी भगवा। ये समीकरण भले ही भाजपा विरोधियों को अच्छे न लगें, लेकिन इन समीकरणों ने हजारों विस्थापितों में बड़ी उम्मीदें जगा दी हैं। चूंकि अब केंद्र समेत  पौंग विस्थापितों से संबंधित दोनों राज्यों में भी भाजपा आ गई है,तो हजारों लोग कहने लगे हैं कि अब कोई बहाना नहीं सुनेंगे। हिमाचल में ताजा विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने पौंग विस्थापितों की समस्याएं हल करने का वादा किया था। ऐसे में राजस्थान में मुरब्बे न मिल पाने और दबंगों से पीडि़त लोगों को बड़ी आस बंध गई है। पौंग बांध संघर्ष समिति के अध्यक्ष तीर्थ राम शर्मा अब  तक के सरकारी प्रयासों से नाखुश हैं।  वह कहते हैं कि जवाली, सकरी, नगरोटा सूरियां की करीब 20 पंचायतों से अकसर लोगों को राजस्थान जाना पड़ता है,लेकिन जवाली से वाया नगरोटा सूरियां होकर  राजस्थान के  लिए अभी तक सीधी बस तक नहीं चल पाई है। उन्हें देहरा,राजा का तालाब या फिर धर्मशाला जाना पड़ता है। अब यहां से ही समझा जा सकता है कि पूर्व प्रदेश सरकार हमारे प्रति कितनी गंभीर रही है। खैर अब विस्थापितों की उम्मीदों को इसलिए भी पंख लगे हैं कि जवाली से भी भाजपा का विधायक है। इस बार भी हजारों लोगों की मांग हिमाचल से दिल्ली होकर राजस्थान न पहुंची,तो कभी उनकी समस्या का समाधान न हो पाएगा। कुछ विस्थापितों ने कहा कि अगर अब भी समस्या का समाधान न हुआ,तो कभी यह मसला हल न हो पाएगा।