फरार कैदियों ने खोली पुलिस की पोल

शिमला में मची खलबली

शिमला  — सेंट्रल जेल कंडा से तीन कैदी फरार होने में कामयाब हो गए। हालांकि पुलिस ने इन तीनों कैदियों को पकड़ लिया है, लेकिन जेल सुरक्षा व्यवस्था धता बता कर फरार हुए ये  कैदी कई सवाल छोड़ गए हैं। पांच दिसंबर की रात को तीनों कैदियों ने कंडा जेल की ए ब्लॉक में बैरक नंबर चार की एक खिड़की के ग्रिल को काट डाला और वहां से कंबल की रस्सी बना कर नीचे उतर गए। इसके बाद जेल परिसर की 16 फीट ऊंची दीवार जीआईएस पाइप के सहारे तीनों ने फांद ली। इसके बाद दूसरी दस फुट ऊंची दीवार को फांदने में तीनों कामयाब रहे, लेकिन जेल सुरक्षा कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। फरार कैदियों में से एक हत्या के मामले में और दो दुष्कर्म के मामले में बंद थे। तीनों पर अदालत में मुकद्दमे चल रहे हैं। कैदियों के फरार होने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में दो सुरक्षा कर्मी भी ड्यूटी में कोताही के लिए निलंबित कर दिए गए। इस बीच गुरुवार को सोलन के सायरी जवाल में तीनों कैदियों को स्थानीय लोगों ने देखा और इसकी सूचना पुलिस को भी दी, लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती तीनों कैदी वहां से फरार होने में कामयाब रहे। इस बीच पुलिस की टीम ने जंगल सर्च आप्रेशन जारी रखा और शुक्रवार सुबह तड़के एक कैदी प्रेम बहादुर को जंगल से पकड़ लिया। वहीं, रंडियाणा के जंगल से दो अन्य कैदी लिलाधर और प्रताप सिंह को भी पुलिस ने उसी शाम को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। तीनों को अदालत में पेश कर इनका पुलिस रिमांड लिया गया है।