वन माफिया को घेरेंगी तीन टीमें

भरमौत कांड – वन काटुओं को पकड़ने के लिए महकमे ने बनाया प्लान, अवैध रूप से कटे खैर की गिनती शुरू

बंगाणा — डीपीएफ भरमौत के जंगलों में हुए अवैध खैर कटान मामले में एफआईआर होने के बाद वन विभाग भी गहन छानबीन में जुट गया है। वन विभाग ने इसके लिए तीन टीमों का गठन किया है। टीमें भरमौत के जंगलों में पहुंच गई हैं। साथ ही अवैध रूप से कटे खैर के पेड़ की गणना भी शुरू कर दी गई है। हालांकि भरमौत का जंगल करीब दो या अढ़ाई किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। इसके चलते वन विभाग की टीमों को भी जंगल में जाकर अवैध कटान का शिकार हुए खैर के पेड़ों की गिनती करने के लिए कड़ी मशक्त करनी पड़ रही है, लेकिन उसके बावजूद भी वन विभाग की टीमें इस मामले की गहन छानबीन में जुटी हुई हैं। अभी तक वन विभाग की टीमों की रिपोर्ट नहीं बन पाई है। जल्द ही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। डीपीएफ भरमौत के जंगलों में वन माफिया पूरी तरह से सक्रिय रहा है, लेकिन वन विभाग द्वारा उठाए गए उचित कदमों के चलते वन माफिया पर शिकंजा कसने के प्रयास किए गए हैं। वन विभाग द्वारा अवैध कटान को अंजाम देने के लिए कच्ची सड़क भी बना दी गई है। इसका लाभ वन माफिया उठा रहा है, लेकिन अब वन विभाग ने इस ओर सख्त कदम उठाए हैं, ताकि वन माफिया की गतिविधियों पर अंकुश लग सके। बता दें कि वन माफिया जिला के जंगलों में पूरी तरह से सक्रिय रहा है। अवैध कटान को अंजाम दिया जा रहा है। विभाग के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। भरमौत जंगल में तो विभाग की आंखों के सामने सड़क बना दी गई। वहीं, आए दिन अवैध कटान को अंजाम दिया जाता रहा है, लेकिन विभाग कोई भी उचित कदम नहीं उठा पाया है। अब विभाग की ओर से इसे रोकने के लिए साकारात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है।