विधायकों से नहीं मिले पर्यवेक्षक

देर शाम तक चली कोर कमेटी की बैठक में नाम लगभग तय

शिमला— गुरुवार को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक पीटरहॉफ में हुई, मगर नवनिर्वाचित विधायक इस बारे में चर्चा के लिए कोशिशों के बावजूद पर्यवेक्षकों से नहीं मिल पाए। सूत्रों के अनुसार देर शाम तक चली बैठक में भावी मुख्यमंत्री का नाम तो लगभग फाइनल  कर लिया गया, मगर इसकी घोषणा नहीं की गई।सूत्रों का कहना है कि 23 दिसंबर तक दिल्ली से नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। इस दौड़ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर के नाम ही आगे बताए जा रहे हैं, जबकि डा. बिंदल, सुरेश भारद्वाज के नामों पर भी कुछ ने चर्चा की है। कोर ग्रुप की बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, नरेंद्र तोमर, प्रभारी मंगल पांडे, प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, प्रतिपक्ष के पूर्व नेता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, रणधीर शर्मा, डा. राजीव बिंदल, विपिन परमार व कुछ अन्य सदस्य मौजूद थे। इस बैठक में सांसद शांता कुमार व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा संसद के सत्र की वजह से नहीं आ सके। हालांकि पहले यह चर्चा थी कि ये नेता भी आएंगे। दोनों पर्यवेक्षकों ने नए मुख्यमंत्री के लिए कोर ग्रुप के सदस्यों से बातचीत की। उनकी राय जानी और इस पर गहन चर्चा भी की गई। अब जो राय कोर कमेटी के सदस्यों द्वारा दी गई है, उसकी रिपोर्ट अलग से पार्टी केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपी जाएगी। इस बैठक के बाद चुनिंदा विधायकों से भी बातचीत किए जाने की सूचना है। यह सामूहिक तौर पर भी की गई व अलग से भी उनसे राय व पसंद जानी गई। इनमें बिलासपुर, मंडी व शिमला के साथ-साथ कांगड़ा के विधायक भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक विधायकों में से ज्यादातर ने प्रदेश को चहुंमुखी विकास की ओर ले जाने वाले ऐसे किसी नेता के पास कमान सौंपने की वकालत की है, जो वर्ष 2019 के चुनावों में भी चारों संसदीय सीटें दिलाने का माद्दा रखता हो, जिसकी छवि स्वच्छ हो, जिसमें अनुभव के साथ-साथ सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने की क्षमता हो। हालांकि अलग-अलग विधायकों ने दोनों पर्यवेक्षकों के समक्ष क्या राय दी है, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। यह रिपोर्ट अलग से केंद्रीय पार्लियामेंटरी बोर्ड को भेजी जा रही है। केंद्रीय पर्यवेक्षक पीटरहाफ में ही शुक्रवार सुबह प्रदेश के सांसदों की बैठक लेने जा रहे हैं। उनकी भी अलग से राय जानी जाएगी। इसमें वीरेंद्र कश्यप, रामस्वरूप शर्मा, अनुराग ठाकुर व शांता कुमार के भी शामिल होने की सूचना है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कोर ग्रुप की बैठक के बाद दो टूक कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मसला है। गोपनीयता जरूरी है, लिहाजा बैठक में क्या हुआ, विधायकों की क्या राय रही, इसकी जानकारी अभी नहीं दी जा सकती है। अंतिम निर्णय केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही करेगा। यानी नए मुख्यमंत्री का ऐलान दो-तीन दिन के अंदर दिल्ली से ही होगा।