संबंधों की नाव पर

By: Dec 17th, 2017 12:20 am

पूर्णिमा का परिवहन पक्ष

जिस रात में चांद पूरा होता है उससे एक रात पहले बाइक के हादसे का शिकार होने की आशंका ज्यादा होती है। एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पूर्ण चांद की रात में बाइक सवार का ध्यान भटक जाता है, जो हादसे को दावत देता है…

जिस रात में चांद पूरा होता है उससे एक रात पहले बाइक के हादसे का शिकार होने की आशंका ज्यादा होती है। एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पूर्ण चांद की रात में बाइक सवार का ध्यान भटक जाता है, जो हादसे को दावत देता है। स्टडी में बताया गया है कि दुनियाभर में बड़ी संख्या में बाइक हादसे में लोगों की जान जाती है। सड़क हादसों की बड़ी वजह गाड़ी चलाने के दौरान अचानक से ध्यान भटक जाना होता है। साल में करीब 12 बार पूरा चांद दिखता है जो बड़ा और चमकीला होता है, इसलिए यह ड्राइवर का ध्यान भटका सकता है।

कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो और अमरीका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पूर्ण चंद्र वाली रात में होने वाले सड़क हादसों की गिनती की है और इसकी तुलना पूर्ण चंद्र से ठीक एक हफ्ते पहले और बाद वाले हफ्ते में होने वाले सड़क हादसों से की है।

स्टडी में पता चला कि 1 हजार 482 रातों में 13 हजार 29 लोग घातक बाइक हादसों का शिकार हुए। इनमें 494 रातें पूर्ण चंद्र वाली थीं, जबकि 988 रातें सामान्य थीं। आमतौर पर बाइक चलाने वाला मध्यम उम्र का पुरुष (औसत उम्र 32 साल) होता है, जो हेल्मेट नहीं पहनता। कुल मिलाकर साल 1975 से 2014 के बीच पूरे चांद की 494 रातों में 4 हजार 494 घातक दुर्घटनाएं हुईं।


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