स्केटर पहुंचे…और पिघल गई बर्फ

शिमला — शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में होने वाले विंटर कार्निवाल पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। मौसम का मिजाज शायद ही इस दफा भी यहां विंटर कार्निवाल का आयोजन करने में मददगार साबित होगा। पिछले दो साल में आइस स्केटिंग प्रेमी निराश हैं, जिनकी निराशा इतनी बढ़ चुकी है कि इस दफा बच्चे मेंबरशिप लेने नहीं आ रहे हैं,क्योंकि पिछले दो साल से उनका पैसा बर्बाद हो रहा है। सोमवार को भी राजधानी में आइस स्केटिंग रिंक का सेशन नहीं हो पाया। सुबह स्केटिंग प्रेमी घरों से निकलकर रिंक तक पहुंचे जरूर लेकिन वहां पर बर्फ पिघल चुकी थी। इससे बच्चों और अभिभावकों में निराशा देखी गई। बीते दो दिन से शहर का मौसम स्केटिंग के लिए अनुकूल था, लेकिन रविवार रात से शिमला में बादल घिर जाने से बर्फ जम नहीं पाई। रात के समय यदि बादल रहें तो बर्फ नहीं जमती है परंतु मौसम साफ रहे तो सुबह आईस स्केटिंग रिंक में बर्फ भी जम जाती है। स्केटिंग प्रेमियों के अनुसार मौसम पिछले दो साल से साथ नहीं दे रहा है, इससे घोर निराशा फैली हुई है। इस दफा भी यहां पर विंटर कार्निवाल का आयोजन होगा यह तय नहीं माना जा सकता, जिस पर फिलहाल संकट के बादल ही मंडरा रहे हैं। सोमवार को शिमला शहर में दिनभर बादल छाए रहे और बादलों के बीच से सूरज लुकाछिपी खेलता रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में शिमला का मौसम खराब रहेगा और उस दौरान आइस स्केटिंग नहीं हो सकेगी। वैसे आइस स्केटिंग के चाह्वानों के अलावा दूसरे लोगों की मानें तो शहर में बारिश व बर्फबारी की बेहद जरूरत है। बागबान भी इस समय बर्फबारी की आस लगाए बैठे हैं ताकि यहां पर सेब की फसल अच्छी हो सके। सेब के लिए आवश्यक चिलिंग ऑवर्स इसी मौसम में मिलते हैं और बागबान इसके लिए इंतजार में बैठे हैं। रविवार को शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग का एक सेशन हुआ जिसके बाद शाम को दूसरा सेशन भी नहीं हो सका, वहीं सोमवार को भी दोनो सेशन नहीं हो सके। बहरहाल अब स्केटिंग न होने के कारण चाह्वान परेशान हो उठे हैं और मौसम के अनुकूल होने की ही अरदास कर रहे हैं।

कम होते जा रहे क्लब के सदस्य

पिछले दो साल में यहां सदस्यों की संख्या कम हो रही है। स्केटिंग के लिए हर साल 700 से 800 बच्चों व अन्य चाह्वानों की मेंबरशिप होती रही है, जो कि इस दफा 150 तक सीमित हो चुकी है। पिछले दो साल से इसके लिए पैसा देने वालों का पैसा वसूल नहीं हो रहा है।

धूप और छांव…ठंड से कांपा शिमला

शिमला- दो दिनों से बादलों और धूप के बीच चल रही लुकाछिपी ने राजधानी में ठंड बढ़ा दी है। सोमवार को शिमला में लोगों को दिनभर कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। इस दौरान हल्की धूप भी निकलती रही, लेकिन धूप में भी लोग ठंड से कांपते रहे । स्कूली बच्चों व कालेज जाने वाले छात्र ठंड के प्रकोप से बचने के लिए कोट, कैप व दस्ताने पहने रहे, पर फिर भी राहत नहीं मिल पाई। उधर, कई निजी स्कूलों में सर्दियोंं की छुट्टियां होने पर लोगों ने गर्म इलाकों की ओर रुख कर दिया है। सोमवार को शिमला का न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।