स्वयंसेवकों ने किया जूडो-कराटे का प्रदर्शन

 बिलासपुर — राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बिलासपुर शहर के रौड़ा सेक्टर स्थित बास्केटबाल मैदान में जिला स्तरीय शारीरिक प्रधान कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में आरएसएस के चुने हुए स्वयंसेवकों ने दंड संचलन, दंड मार प्रक्रिया, समता, पदविन्यास, नियुद्ध यानी जूड़ो कराटे सहित आठ विधाओं का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर संत निरंकारी मिशन के पदाधिकारी हरनाम दास नड्डा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में आरएसएस के विभाग कार्यवाहक सोहन सिंह ने मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संघ चालक इंद्र सिंह डोगरा ने की। कार्यक्रम के आरंभ में शारीरिक प्रदर्शन के बाद स्वयंसेवकों ने ‘हे जन्म भूमि भारत, हे कर्म भूमि भारत, हे वंदनीय भारत, हे अभिनंदनीय भारत’ गीत भी प्रस्तुत किया। वहीं मंच पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय का कथन कि ‘भारतीय संस्कृति की विशेषता यह है कि वह संपूर्ण विश्व व संपूर्ण मानवता की उन्नति व संरक्षण की बात करती है’ को भी दोहराया गया। अपने संबोधन में मुख्यातिथि एचडी नड्डा ने कहा कि विश्व के सबसे बडे़ गैर राजनीतिक संगठन के इस कार्यक्रम में आकर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस. स्वयंसेवकों में जो अनुशासन दिखाई दे रहा है वही अनुशासन हर देशवासी विशेषकर नई पीढ़ी में होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आरएसएस की तरह कई अन्य सामाजिक संस्थाएं अपनी क्षमता अनुसार देश में भाईचारा बढ़ाने व संगठन करने में लगी हैं। यही इस देश की असली ताकत है। वहीं मुख्य वक्ता के रूप में अपना संबोधन देते हुए आरएसएस विभाग कार्यवाहक सोहन सिंह ने कहा कि आरएसएस का उद्देश्य इस भारत माता को दोबारा विश्व गुरु की पद्वी पर बिठाना है। उन्होंने कहा कि दुनिया में वर्तमान में भटकाय की स्थिति बनी हुई है। घनिष्ठ मित्र आर्थिक लाभ हेतु मित्र से व भाई-भाई से लड़ने से गुरेज नहीं कर रहा। यह हिंदू जीवन पद्धति नहीं है। हिंदू जीवन पद्धति तो सभी को मिलकर जीना सिखाती है। हिंदू जीवन पद्धति तो ‘वसुधैव कुटु बकम ’ यानी सारा संसार ही अपना घर है, यह मान कर चलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज को आगे बढ़ने के लिए जाति-पाति, छूआछूत जैसी कुरीतियों को छोड़ना होगा तथा संघ अपनी स्थापना काल से ही जाति-पाति को महत्त्व नहीं देता। हर देशवासी जो देश से प्यार करता है वह आपस में भाई-भाई है।