65 दवाइयां 35 फीसदी सस्ती

राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने तय किए दाम

बीबीएन  – राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने मरीजों को राहत देते हुए ने डायबिटीज, हाई बीपी और सिर दर्द की दवाओं सहित 65 जरूरी दवाओं की कीमतों में संशोधन किया है। एनपीपीए ने इन दवाओं की कीमतों में 35 फीसदी तक की कटौती की है। बता दें कि एनपीपीए समय-समय पर दवाओं का मैक्सिमम प्राइज तय करती है, ताकि मरीजों को महंगी दवाओं से छुटकारा मिल सके।  एनपीपीए ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा ड्रग्स (प्राइस कंट्रोल) अमेंडमेंट ऑर्डर-2013 के तहत 65 दवाओं की कीमतें घटाई गई हैं।  एनपीपीए ने कहा है, मैन्युफैक्चर्स तय कीमत से ज्यादा नहीं ले सकते हैं। अगर कंपनियां सीलिंग प्राइस और रूल्स का पालन नहीं करती हैं तो उन्हें वसूल गई एक्स्ट्रा कीमत ब्याज समेत जमा करवानी पड़ेगी। कंपनियों को इन दवाओं की कीमतों में साल में 10फीसदी तक की ही बढ़ोतरी करने की इजाजत होगी। एनपीपीए ड्रग्स (प्राइस कंट्रोल) ऑर्डर-2013 के तहत शेड्यूल-1 में आने वाली जरूरी दवाओं की कीमत तय करता है। सरकार जरूरत के हिसाब से जरूरी दवाओं की लिस्ट तैयार करती है, जिसमें समय-समय पर नई दवाओं को शामिल किया जाता है। लिस्ट को नेशनल लिस्ट ऑफ एसेन्शियल मेडिसिन (एनएलईएम) कहा जाता है। इन लिस्ट में शामिल दवाइयों को काफी किफायती कीमत पर दिलाने की जरूरत होती है। इसलिए समय-समय पर कीमतें कम की जाती हैं। इसका मकसद सभी ब्रांड की एक ही दवा की कीमत बराबर रखना है, जिससे उपभोक्ता अपनी सुविधा के अनुसार चुन सकें।  एनपीपीए ने नेशनल लिस्ट ऑफ इसेंन्शियल मेडिसिन 2015 के तहत अब तक 939 दवाओं के दाम कम किए हैं।