अवैध कब्जे…किसी को फूटी कौड़ी नहीं

पक्का भरो से हीरानगर तक कब्जे हटाए, 25 कोठियां जमींदोज

हमीरपुर  – टू लेन विस्तारीकरण के लिए दो सौ मीटर सड़क मार्ग के भीतर करोड़ों का निर्माण गिराया गया, लेकिन मुआवजा फूटीकौड़ी भी नहीं देनी पड़ी। हमीरपुर शहर के पक्का भरो से लेकर हीरानगर के बीच डबललेन मार्ग को 12 मीटर चौड़ा करने के लिए 30 निर्माण पर बुल्डोजर चलाया गया है। रोचक है कि सभी निर्माण अवैध पाए गए हैं। इस कारण करोड़ों के स्ट्रकचर पर चलाई गई जेसीबी के बावजूद एक रुपया भी मुआवजा राशि नहीं देनी पड़ी है। कारण साफ है कि नेशनल हाई-वे पर बनी आलिशान कोठियां अवैध कब्जों की जद में हैं। इसी कारण नेशनल हाई-वे की जेसीबी ने एक के बाद एक 25 कोठियों का अवैध निर्माण जमींदोज किया है। इस कार्रवाई के बाद धर्मशाला से लेकर शिमला तक तथा चक्की बैंक से लेकर पठानकोट तक नेशनल हाई-वे की जमीन पर कुंडली मारकर बैठे अवैध कब्जाधारियों की सांसें फूलने शुरू  हो गई  हैं। इन दोनों फोरलेन की डीपीआर का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसके चलते जनवरी, 2018 से दोनों ही फोरलेन के निर्माण के लिए भू अधिग्रहण प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इसके चलते फोरलेन के लिए 45 मीटर चौड़ी सड़क बनेगी। इस जद में शामिल सभी स्ट्रक्चर गिराए जाएंगे। मलकीयत भूमि पर हुए निर्माण के लिए केंद्र सरकार से मुआवजा लेना तय है। नेशनल हाई-वे के अधिशाषी अभियंता एचएल शर्मा का कहना है कि इस मार्ग पर कुल 30 अवैध कब्जे हैं। इनमें से पांच परिवारों ने नए सिरे से डिमार्केशन का आग्रह किया है। इसके चलते राजस्व विभाग से दोवारा निशानदेही को कहा गया है।