उद्योगों की रफ्तार में तेजी महंगाई के मोर्चे पर झटका

मुंबई— बजट से ठीक पहले आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए राहत की खबर है। नवंबर में औद्योगिक उत्पादन दर (आईपीपी) में जोरदार उछाल दर्ज की गई है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक आईपीपी 2.2 प्रतिशत बढ़कर 8.4 प्रतिशत हो गया। यह 25 महीनों का उच्चतम स्तर है। इससे पिछले साल इसी माह में इसमें 5.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वहीं, महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को बड़ा झटका लगा है। खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर के 4.88 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर दिसंबर में 5.21 प्रतिशत रही। महंगाई दर 17 महीनों के उच्चतम स्तर पर है। खाद्य पदार्थों, अंडा, सब्जियों और फलों की कीमतों में काफी वृद्धि हुई है। खाद्य पदार्थों की महंगाई 4.42 फीसदी से बढ़कर 4.96 फीसदी हो गई है। महंगाई दर में वृद्धि की वजह से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद भी कम हुई है। सरकार ने आरबीआई को महंगाई दर को चार प्रतिशत तक बनाए रखने का जिम्मा दिया है। यह इससे दो प्रतिशत ज्यादा या कम भी हो सकती है। अगर इसमें आने वाले महीनों में और बढ़ोतरी होती है तो रिजर्व बैंक को दरों में बढ़ोतरी के लिए मजबूर होना पड़ेगा।